ठेका भर्ती के विरोध में राविकां का कलेक्ट्रेट पर आंदोलन
प्रदेशाध्यक्ष सुनील गव्हाणे के नेतृत्व में जिलाधिकारी को सौंपा ज्ञापन
अमरावती/दि.16– राज्य सरकार ने हाल ही में शासन के सभी कर्मचारी ठेका पद्धति से लेने के आदेश जारी किए हैं. इसके लिए 9 कंपनियों को 5 साल के लिए ठेका दिया गया है. यह कंपनी सरकार के कुछ विधायकों और उनके निकट के लोगोें की रहने का आरोप होता रहते इस आदेश का राज्य के सभी विद्यार्थियों व्दारा कडा विरोध होता दिखाई देता है. इसमें अब राष्ट्रवादी विद्यार्थी कांग्रेस ने भी सामने आकर इस निर्णय के विरोध में निषेध आंदोलन करने की घोषणा की है. इसी के तहत राविकां के प्रदेशाध्यक्ष सुनील गव्हाणे के नेतृत्व में सैकडों विद्यार्थियों ने शासकीय विश्रामगृह से जिलाधिकारी कार्यालय तक मोर्चा निकालकर आंदोलन किया. पश्चात जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा.
राविकां के अमरावती ग्रामीण जिलाध्यक्ष शिवराज पाटिल वाकोडे ने ज्ञापन में कहा है कि भाजपा प्रणित सरकार यह कंत्राटी सरकार है. जनप्रतिनिधि से लेकर कर्मचारी से शासकीय संस्था और शासकीय उपक्रम सभी में ठेका भर्ती शुरु है. लेकिन राज्य के युवाओं के भविष्य के साथ भाजपा सरकार को खेलने नहीं दिया जाएगा. शासकीय नौकरी युवाओं का अधिकार है और वह उन्हें मिलना ही चाहिए. इसके लिए राविकां राज्य के प्रत्येक जिले में सैकडों विद्यार्थियों की उपस्थिति में ठेका भर्ती विरोधी आंदोलन कर रही है. इस कारण सरकार ठेका भर्ती का निर्णय पीछे लें अन्यथा मुंबई में भी तीव्र आंदोलन किया जाएगा, ऐसा राविकां के प्रदेशाध्यक्ष सुनील गव्हाणे ने कहा है. इस आंदोलन में जिलाध्यक्ष शिवराज वाकोडे, राकांपा के शहराध्यक्ष डॉ. हेमंत देशमुख, उपाध्यक्ष एड. धनंजय तोटे, राविकां प्रदेश महासचिव अमित कुटे, विठ्ठल आहेर, राष्ट्रवादी महिला कांग्रेस की जिलाध्यक्ष संगीता ठाकरे, रायूकां के ्रप्रदेश सचिव रोशन कडू, रायूकां शहराध्यक्ष विनेश आडतिया, उपाध्यक्ष अरबास पठान, गौरव वाटाणे, शहर संगठक अमोल केचे, रायूकां के फिरोज पठान अल्पसंख्यक सेल के शहराध्यक्ष वहीद खान समेत अनेक पदाधिकारी व कार्यकताओं का समावेश था.