अतिवृष्टि में फिर से अंकुरित हुई सोयाबीन का दुबारा लिया उत्पादन
प्रति एकड 7 से 8 क्विंटल सोयाबीन उपज होने की अपेक्षा

चांदूर रेलवे/ दि.8 – चांदूर रेलवे तहसील में लगातार हुई अतिवृष्टि के चलते किसानों की सोयाबीन फसल को नुकसान हुआ. कुछ किसानों ने अच्छी उपज पायी. इसी तरह मांजरखेड कसबा गांव किसान नरेंद्र ढोबाले ने कटाई के दौरान खेत में गिरी व अतिवृृष्टि की बारिश के कारण अंकुरित सोयाबीन पर उचित प्रक्रिया करते हुए फिर से फसल ली. पूरा खेत हराभरा हो गया है. प्रति एकड 7 से 8 क्विंटल सोयाबीन होने की अपेक्षा व्यक्त की है.
चांदूर रेलवे से पांच किलोमीटर दूरी पर स्थित मांजरखेड कसबा गांव के किसान नरेंद्र ढोबाले के पास 4 एकड खेती मांजरखेड कसबा से धानोरा म्हाली पगडंडी रास्ते पर है. इस किसान ने खेत में जून, जुलाई माह के बीच सोयाबीन लगाई. सोयाबीन की फसल में किसान को प्रति एकड 8 क्विंटल सोयाबीन हुआ. परंतु सोयाबीन की फसल निकालते समय काफी पैमाने में कडी धूप होने के कारण सोयाबीन खेत फूट गई. इस बीच चांदूर रेलवे तहसील में आयी अतिवृष्टि के पानी से खेत में गिरी सोयाबीन अंकुरित हो गई. यह बात किसान के समझ आयी. तब उन्होंने समीपस्थ कृषि सेवा केंद्र के मालक बालू टावरी से संपर्क साधकर अपने खेत की स्थिति बताई. तब उन्होंने बताया कि, सोयाबीन फिर से अंकुरित हो रही है. इसपर उचित खेती प्रक्रिया की गई, तो तुम फिर से सोयाबीन की उपज ले सकते हो, यह बात ढोबले के समझ में आ गई. किसान ढोबले ने तत्काल कृषि तज्ञों का मार्गदर्शन लेते हुए अंकुरित सोयाबीन पर खेती प्रक्रिया करते हुए छोटे ट्रैक्टर की सहायता लेते हुए किटनाशक, टॉनिक इस तरह की दवाओं का छिडकाव कर आज सोयाबीन उपज देने लायक बन गई. किसान के खेत में फिर से सोयाबीन के पौधों में अच्छी फलियां लग चुकी है. फिर प्रति एकड 7 से 8 क्विंटल सोयाबीन का उत्पादन होगा, ऐसी चर्चा मांजरखेड कसबा गांव में शुरु है.