अमरावती

अतिवृष्टि के चलते जिले में दुबारा बुआई का संकट

111 गांव प्रभावित, 475 लोगों को किया गया स्थलांतरित

अमरावती/दि.12- जिले में विगत तीन दिनों से मूसलाधार बारिश का दौर चल रहा है और लगातार हो रही झमाझम बारिश की वजह से आम जनजीवन बुरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है. कुछ तहसीलों में तो मूसलाधार बारिश की वजह से खेतों की उपजाउ मिट्टी बह गई है. वही लगातार हो रही रिमझिम बारिश की वजह से हजारोें हेक्टेयर क्षेत्र में इससे पहले की गई खरीफ फसलों की बुआई बर्बाद हो गई है और वहां पर दुबारा बुआई का संकट देखा जा रहा है.
बता दें कि, जिले में विगत तीन दिनों से हो रही अतिवृष्टि की वजह से विभिन्न तहसील क्षेत्रों के 111 गांव प्रभावित हुए है और 475 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थलांतरित किया गया है. इसके साथ ही बाढ व बारिश की वजह से जिले में कई घरों का भी नुकसान हुआ है. विगत शनिवार की रात से शुरू हुई बारिश का दौर रविवार व सोमवार को भी पूरा दिन चलता रहा.
उल्लेखनीय है कि, मृग नक्षत्र से बारिश का दौर शुरू होते ही जिले के किसान अपने खेतों में बुआई संबंधी कामों में लग गयेे और इस समय तक जिले में 60 फीसद से अधिक बुआई पूर्ण हो चुकी है, लेकिन बुआई का शेष काम बाकी रहने के दौरान ही झमाझम व मूसलाधार बारिश का दौर शुरू हो गया. जिससे जिले के सभी नदी-नालों में इस वक्त बाढ की स्थिति बनी हुई है और बाढ के पानी में घिर जाने की वजह से कई गांव प्रभावित हुए है. जिसमें से अधिकांश गांवों के नागरिकोें को सुरक्षित स्थानों पर स्थलांतरित किया गया है.
इस संदर्भ में जिला प्रशासन द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक विगत 1 जून से 8 जुलाई तक जिले में बारिश की वजह से 111 गांव प्रभावित हुए है. वहीं बाढ व बारिश की वजह से 16 घरों का पूर्णत: व 131 घरों का अंशत: नुकसान हुआ. इन पक्के मकानों के अलावा सर्वाधिक नुकसान कच्चे घरों का हुआ. 948 कच्चे घरों के टीन व छप्पर उड गये. साथ ही कई कच्चे मकान पूरी तरह से नष्ट हो गये. इसके अलावा जानवरों के चार तबेले भी तेज आंधी-तूफान और बारिश की वजह से क्षतिग्रस्त हुए है.

* 6 की मौत 4 घायल
तेज आंधी-तूफान और बारिश की वजह से केवल खेती-किसानी व संपत्तियों का ही नुकसान नहीं हुआ, बल्कि इसकी वजह से प्राणहानि की घटनाएं भी घटित हुई है. विगत डेढ माह के दौरान जिले में 6 लोगों की आसमानी गाज की चपेट में आकर मौत हुई. जिसमें सर्वाधिक युवकों का समावेश है. आसमानी गाज की चपेट में आकर मोर्शी तहसील के सागर बोरे (20), तिवसा तहसील के श्याम शिंदे (14), धामणगांव रेल्वे तहसील अंतर्गत देवगांव के आयुष इंगलकर (16), दर्यापुर तहसील अंतर्गत अंजनगांव की रोशनी मंडपे (21), अमरावती तहसील अंतर्गत जामडोल के अविनाश निंभोरकर (28) व किशोर भगवान पाटील की मौत हुई है. इसके अलावा चार लोग गाज की चपेट में आकर घायल हुए है.

* 1,149 हेक्टेयर खेत हुए बर्बाद
विगत तीन-चार दिनों से लगातार हो रही तेज मूसलाधार बारिश की वजह से हर ओर जल जमाववाली स्थिति है और नदी-नालों में आयी बाढ का पानी खेतों में जा घुसा है. जिसकी वजह से कई खेतों की उपजाउ मिट्टी बह गई है. मृग नक्षत्र में बुआई के लिए जिस औसत बारिश की जरूरत होती है, वह औसत स्तर जुलाई माह में पूर्ण हुआ. जिसके चलते जुलाई माह में सभी किसान बडी तेजी के साथ बुआई संबंधी कामों में जुट गये और करीब 60 फीसद बुआई भी पूर्ण हो गई. लेकिन इसी बीच बारिश के नदारद हो जाने की वजह से कई किसानों ने बुआई संबंधी काम रोक दिये थे. जिसके चलते अब भी करीब 40 फीसद बुआई होना बाकी है, लेकिन विगत तीन-चार दिनों से हो रही बारिश की वजह से बुआई निपट चुके क्षेत्रों में नदी के किनारे रहनेवाले खेतों से 1,149 हेक्टेयर क्षेत्र की उपजाउ मिट्टी बुआई सहित बह गई है. वहीं 17 हजार 935 हेक्टेयर कृषि क्षेत्र में 33 फीसद से अधिक नुकसान हुआ है. इसके अलावा जिन क्षेत्रों में अब तक बुआई नहीं हुई थी, वहां पर भी खेतों की जमीन दलदली हो गई है और बारिश का दौर निपटने के बाद भी उन खेतों में बुआई करने के लिए लंबा समय लगेगा.

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