अमरावती

एक साल में बारह पुस्तकों का वाचन करें

प्रा. दिनेश सूर्यवंशी का प्रतिपादन

डॉ. बाबासाहब आंबेडकर महाविद्यालय में ‘वाचन प्रेरणा दिन’
अमरावती-/ दि. 19  एक साल में कम से कम 12 पुस्तकों का वाचन करना चाहिए. ऐसा प्रतिपादन पूर्व सिनेट सदस्य तथा पूर्व राष्ट्रीय सेवा योजना समन्वय संगाबा विद्यापीठ के प्रा. दिनेश सूर्यवंशी ने व्यक्त किया. वे डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर महाविद्यालय में आयोजित ‘वाचन प्रेरणा दिन’ कार्यक्रम के अवसर पर लगाई गई ‘ग्रंथ प्रदर्शनी’ के उद्घाटक के तौर पर बोल रहे थे.
कार्यक्रम की शुरूआत डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम, डॉ. बाबासाहब आंबेडकर, डॉ. एस. आर. रंगनाथन, पूर्व राज्यपाल दादासाहब गवई की प्रतिमा का पूजन कर की गई. कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. मल्लू पडवाल ने की. कार्यक्रम का प्रास्ताविक डॉ. पी.जी. राठोड ने रखा तथा संचालन प्रा. एस. पी. कांबले ने किया व आभार ग्रंथपाल एस. बी. खंडारे ने माना. कार्यक्रम को सफल बनाने मराठी विभाग प्रमुख डॉ. सुनील कुमार, डॉ. रजनी गेडाम, डॉ. प्रदीप अंबोरे, प्रा. एस. पी. कांबले, पी.एम. पाटिल तथा शिक्षकेत्तर कर्मचारी व विद्यार्थियों ने अथक प्रयास किए. कार्यक्रम में प्रा. दिनेश धाकडे, डॉ. वर्षा गावंडे, डॉ. ओमप्रकाश बोबडे, प्रा. शाम तंत्रपाले, प्रा. दिपाली पडोले, डॉ. आर.एम. देशमुख, प्रा. ज्ञानेश्वर भगत, प्रा. अनिल पचकुडके, प्रा. मयूरी तट्टे, प्रा. देविदास उमक, प्रा. धोटे, प्रा. लाहोटी, प्रा. बोराले, प्रा. बोरकर, प्रा. देशमुख, प्रा. विधाते सहित विद्यार्थी शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मचारी बडी संख्या में उपस्थित थे.

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