ज्ञान संस्कृति संवर्धन व अध्ययन के लिए वाचनालय व अभ्यासिका जरूरी
पालकमंत्री यशोमति ठाकुर (Yashomati Thakur) का कथन
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तिवसा पुलिस थाने में किया अभ्यासिका का शुभारंभ
अमरावती/दि.1 – ज्ञान व संस्कृति को वृध्दिंगत करने के साथ ही विद्यार्थियों को अध्ययन के साधन व पढाई हेतु अधिकारपूर्ण स्थान उपलब्ध कराने हेतु वाचनालय व अभ्यासिका की जरूरत रहती है. इस बात को ध्यान में रखते हुए तिवसा में अभ्यासिका शुरू की जा रही है. जिसका उपयोग करते हुए विद्यार्थियों ने आत्मविश्वास व परिश्रम के बल पर सफलता हासिल करनी चाहिए. इस आशय का आवाहन राज्य की महिला व बालविकास मंत्री तथा जिला पालकमंत्री यशोमति ठाकुर ने किया.
समीपस्थ तिवसा स्थित पुलिस थाना परिसर में भारतरत्न डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम बहुउद्देशीय सभागृह व वाचन अभ्यासिका का शुभारंभ करते हुए पालकमंत्री यशोमति ठाकुर ने उपरोक्त विचार व्यक्त किये. इस अवसर पर आयोजीत कार्यक्रम में तिवसा के नगराध्यक्ष वैभव वानखडे, पंस सभापती पूजा आमले, पुलिस अधिक्षक डॉ. हरी बालाजी एन, अपर पुलिस अधिक्षक श्याम घुगे, उपविभागीय पुलिस अधिकारी जीतेंद्र जाधव, तहसीलदार वैभव फरताडे, पुलिस निरीक्षक रिता उईके, सहायक पुलिस निरीक्षक विवेकानंद भारती, राजेश पांडे व शैलेश म्हस्के आदि उपस्थित थे.
इस समय अपने संबोधन में पालकमंत्री यशोमति ठाकुर ने कहा कि, कई विद्यार्थियों को अपनी पढाई-लिखाई करने में कई तरह की समस्याओं का सामना करना पडता है, लेकिन अब यहां पर वाचनालय व अभ्यासिका उपलब्ध हो जाने की वजह से विद्यार्थियों के लिए काफी सुविधा उपलब्ध हो गयी है. जिसका क्षेत्र के विद्यार्थियों ने लाभ लेना चाहिऐ. साथ ही एसपी डॉ. हरि बालाजी एन ने कहा कि, पुलिस स्टेशन परिसर में ही अभ्यासिका रहने से यहां विद्यार्थी सुरक्षित वातावरण के बीच पढाई करेेंगे. साथ ही उन्हें पुलिस महकमे के अधिकारियोें का मार्गदर्शन भी प्राप्त होेगा. जिसका उन्हेें भविष्य में निश्चित तौर पर लाभ मिलेगा.