अमरावती/दि.26– महानगरपालिका के स्थायी समिति में बायोमायनिंग के ठेकेदार की नियुक्ति किये जाने के बाद भी मनपा प्रशासन ने बायोमायनिंग का संबंधित ठेका रद्द कर नये सिरे से टेंडर प्रक्रिया शुरु की है. जब मनपा प्रशासन ने पहले ही सारी प्रक्रिया पूर्ण कर ली थी. जिसे स्थायी समिति की बैठक में मंजूरी मिलकर निकॉप कंपनी के साथ करारनामा करने की प्रक्रिया प्रशासन द्बारा प्रस्तावित थी. ऐसे में ऐन वक्त पर पूराने टेंडर रद्द कर नये सिरे से टेंडर क्यों निकालने पडे. इस पर संबंधित निर्णय मनपा के हित में लिया गया है. पुराने ठेकेदार ने जो रेट दिये थे, वह अधिक रहने के कारण नये सिरे से टेंडर प्रक्रिया की गई है. उसी प्रकार जिस स्थायी समिति की बैठक में संबंधित टेेंडर धारक को मंजूरी दी गई थी. उस सभा के वैधता पर सवाल किये जा रहे है. मंत्रालय में उस सभा को लेकर शिकायत भी दर्ज है. ऐसे में यदि फैसला शिकायत की हक में आता है, तो उसका खामियाजा मनपा प्रशासन को ही भुगतना पडेगा. इसलिए मनपा के हित को ध्यान में रखकर बायोमायनिंग प्रकल्प के लिए नये सिरे से टेंडर जारी करने का निर्णय लिया गया. ऐसा प्रशासक व निगमायुक्त डॉ. प्रवीण आष्टीकर ने बताया.
* 19 करोड का था पुराना ठेका
सुकली कंपोस्ट डिपो पर जो कचरे के ढेर लगे हुए है, उस कचरे पर प्रक्रिया करने के लिए 19 करोड रुपए लागत खर्च वाले बायोमायनिंग के प्रोजेक्ट के टेंडर मनपा ने निकाले थे. इस टेंडर प्रक्रिया में निकॉप कंपनी का चयन भी कर लिया गया था. इस ठेका चयन प्रक्रिया पर आमसभा में खुब हंगामा भी हुआ. भाजपा द्बारा शहरवासियों पर बेवजह 19 करोड का बोझ लादा जा रहा है. यह आरोप कांग्रेस पार्टी ने भाजपा पर किया था. उसके बाद भी भाजपा ने स्थायी समिति की अंतिम बैठक में बायोमायनिंग के ठेके को मंजूरी प्रदान कर दी. इस बैठक की वैधता पर भी सवाल उपस्थित हुए है. जिससे पुराना ठेका ही रद्द कर दिया गया है. इसके लिए आयुक्त ने अपने विशेषाधिकार का इस्तेमाल किया.
* हरित लवादा में है मामला
अमरावती महानगरपालिका द्बारा घन कचरा व्यवस्थापन नहीं करने को लेकर राष्ट्रीय हरित लवादा में शिकायत की गई है. इस शिकायत पर कार्रवाई करते हुए अमरावती मनपा पर प्रदूषण नियमों की अनदेखी करने के जुर्म में करोडों रुपयों का जुर्माना ठोका गया है. इसी जुर्माने के कार्रवाई से बचने के लिए मनपा द्बारा आनन-फानन में घन कचरा व्यवस्थापन प्रकल्प शुरु किये. इसी के अंतर्गत सुकली कंपोस्ट डिपो के कचरे पर प्रक्रिया करने के लिए बायोमायनिंग का प्रकल्प मनपा को जल्द से जल्द शुरु करना है. यहीं वजह है कि, मनपा प्रशासन द्बारा बायोमायनिंग के ठेके में जल्दबाजी की गई थी. लेकिन अब यह प्रक्रिया फिर एक बार नये सिरे से की जा रही है.