महर्षि स्कूल की मान्यता रद्द की जाये
युवा स्वाभिमान पार्टी ने की सीबीएसई से मांग
अमरावती/दि.11- स्थानीय महर्षि पब्लिक स्कूल द्वारा कक्षा 10 वीं में पढनेवाले छात्र आदित्य अविनाश कालमेघ द्वारा समय पर स्कूल फीस अदा नहीं किये जाने के चलते जानबूझकर उसका शैक्षणिक नुकसान किया गया है. इसके साथ ही स्कूल प्रबंधन की लापरवाही के चलते इसी शाला में कक्षा 12 वीं में पढनेवाले विद्यार्थियों का भी बडे पैमाने पर नुकसान हुआ है. अत: इस लापरवाही के लिए केंद्रीय शिक्षा बोर्ड द्वारा महर्षि पब्लिक स्कूल की मान्यता को तुरंत रद्द किया जाना चाहिए. इस आशय की मांग युवा स्वाभिमान पार्टी द्वारा जिलाधीश के माध्यम से केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष मनोज आहूजा को भेजे गये पत्र में की गई है.
इस पत्र में बताया गया है कि, महर्षि पब्लिक स्कूल में कक्षा 10 वीं के छात्र अविनाश कालमेघ को कक्षा 8 वीं व 9 वीं में 80 प्रतिशत से अधिक अंक मिले थे. साथ ही उसने अब तक विभिन्न स्पर्धाओें में 8 से 9 मेडल प्राप्त किये है. किंतु वार्षिक फिस नहीं भरे जाने की वजह से स्कूल द्वारा उसे कक्षा 10 वीं की परीक्षा में अंतर्गत मूल्यांकन पध्दति के तहत केवल 52 प्रतिशत अंक ही दिये गये. इस विद्यार्थी के अभिभावक खेती का काम करते है और विगत दो वर्ष से फसलों की बर्बादी व कोविड संक्रमण के चलते उनकी आर्थिक स्थिति डावांडोल हो गई. जिसकी वजह से वे बच्चे की स्कूल फीस भरने में असमर्थ रहे. हालांकि उन्होंने स्कूल फीस अदा करने के लिए कुछ अतिरिक्त समय मांगा था. किंतु स्कूल प्रशासन ने इस निवेदन को नजरअंदाज करते हुए आदित्य कालमेघ को कक्षा 10 वीं की परीक्षा में कम अंक देकर उसका शैक्षणिक नुकसान करने के साथ ही उसके भविष्य के साथ खिलवाड भी किया है. अत: ऐसी स्कूल की मान्यता को तुरंत खत्म किया जाना चाहिए.
ज्ञापन सौंपते समय युवा स्वाभिमान पार्टी के जिला संगठक अभिजीत देशमुख, शहराध्यक्ष रवि अडोकार, महासचिव पराग चिमोटे, विद्यार्थी स्वाभिमान के शहराध्यक्ष निलेश भेंडे, कार्याध्यक्ष अंकुश ठाकरे व शहर उपाध्यक्ष अंकुश मेश्राम आदि उपस्थित थे.