अमरावती मंडी में सहकार पैनल की रिकॉर्ड तोड जीत
सभी 18 सीटों पर सहकार पैनल के प्रत्याशी विजयी
* शेतकरी व बलिराजा पैनल का हुआ सुपडा साफ
अमरावती/दि.29 – गत रोज अमरावती फसल मंडी के 18 सदस्यीय संचालक मंडल का चुनाव करने हेतु कराए गए मतदान की मतगणना आज सुबह 8 बजे से विदर्भ महाविद्यालय परिसर स्थित संगीत सूर्य केशवराव भोसले सभागार में शुरु हुई और मतगणना की शुरुआत से महाविकास आघाडी प्रणित सहकार पैनल ने अपनी बढत और दबदबा बनाए रखते हुए इसे अंत तक कायम भी रखा. जिसके चलते मतगणना खत्म होते-होते अमरावती फसल मंडी के 18 सदस्यीय संचालक मंडल की सभी 18 सीटों पर सहकार पैनल के प्रत्याशी विजयी हुए. यानि सहकार पैनल ने अपने खिलाफ मैदान में खम ठोकने वाले विधायक रवि राणा व भाजपा समर्थित शेतकरी पैनल तथा शिवसेना उबाठा के जिला प्रमुख सुनील खराटे द्बारा मैदान में उतारे गए बलिराजा पैनल का सुपडा साफ करते हुए एक तरह से क्लीन स्वीप किया और एकतरफा जीत हासिल की.
अमरावती फसल मंडी के सेवा सहकारी निर्वाचन क्षेत्र के सर्वसाधारण संवर्ग से 7 संचालक चुने जाने थे और इस संवर्ग से मैदान में कुल 19 प्रत्याशी थे. जिसमें से सहकार पैनल के प्रत्याशी संतोष इंगोले (555), किशोर चांगोले (521), आशुतोष देशमुख (502), नाना नागमोते (483), भैयासाहब निर्मल (526), प्रताप भुयार (539) व हरिश मोरे (510) विजयी रहे. वहीं इस संवर्ग से अमरदीप तेलखेडे (381), समाधान दहातोंडे (64), पुष्कर निमकर (327), मंगेश बारबुद्धे (40), नीलेश महल्ले (382), त्रिशुल मानकर (36), सुनील मानकर (313), संतोष यादगिरे (37), प्रफुल्ल राउत (420), सुनील राणा (444) व प्रविण वनवे (34) पराजित हुए. इस संवर्ग में कुल 1,041 वोट पडे थे. जिसमें से 76 वोट अवैध करार देते हुए खारिज किए गए थे और 965 वैध वोटों की गिनती की गई.
वहीं सेवा सोसायटी निर्वाचन क्षेत्र की दो महिला आरक्षित सीटों के लिए कुल 4 महिला प्रत्याशी मैदान में थी. जिसमें से सहकार पैनल की रेखा कोकाटे 591 व अल्का देशमुख 553 वोट लेकर विजयी रही. साथ ही प्रतिस्पर्धी पैनल की उज्वला बारबुद्धे (389) व प्रांजलि भालेराव (398) को हार का सामना करना पडा. इस संवर्ग हेतु कुल 1,040 वोट पडे थे. जिसमें से 46 वोट अवैध करार दिए गए और 994 वोटों की गिनती की गई.
इसके साथ ही सेवा सहकारी सोसायटी की ओबीसी सीट से चुने जाने वाले एक संचालक पद हेतु दो प्रत्याशी मैदान में थे, जिसमें से सहकार पैनल के प्रकाश कालबांडे 554 वोट लेकर विजयी रहे. वहीं प्रशांत कालबांडे 432 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे. इस सीट के लिए कुल 1,040 वोट पडे थे, जिसमें से 54 वोट अवैध करार दिए गए और 986 वैध वोटों की गणना की गई.
इसके अलावा सेवा सोसायटी क्षेत्र के वीजेएनटी आरक्षित एक संचालक पद हेतु तीन प्रत्याशी मैदान में थे. जिसमें से सहकार पैनल के सतीश गोटे 568 वोट लेकर विजयी हुए. वहीं शेखर अवघड को 376 व तुकाराम चव्हाण को 33 वोट मिले. इस सीट हेतु पडे कुल 1,040 वोटों में से 53 वोट अवैध करार दिए गए और 987 वैध वोटों की गिनती करते हुए नतीजा घोषित किया गया.
इसके अलावा 4 संचालक चुने जाने वाले ग्रामपंचायत निर्वाचन क्षेत्र के सर्वसाधारण संवर्ग से 2 संचालक पद हेतु 8 प्रत्याशी मैदान में थे, जिसमें से सहकार पैनल के प्रवीण अलसपुरे (471) व श्रीकांत बोंडे (424) विजेता घोषित किए गए. वहीं इस संवर्ग में मेघनाथ घोंगडे (26), अतुल देशमुख (33), धर्मेंद्र मेहरे (278), प्रवीण मोहोड (23), रहमत खां उस्मान खां पठान (10) व प्रकाश साबले (365) पराजित हुए. इस संवर्ग में कुल 941 वोट पडे थे. जिसमें से 70 वोट अवैध करार दिए गए और 871 वोटों की गिनती हुई.
साथ ही ग्रामपंचायत निर्वाचन क्षेत्र के एससी-एसटी आरक्षित एक संचालक पद के लिए 4 प्रत्याशी मैदान में थे. जिसमें से सहकार पैनल के मिलिंद तायडे ने 351 वोट प्राप्त करते हुए जीत हासिल की. वहीं इस संवर्ग में रामेश्वर अभ्यंकर 176, शैलेश गवई 259 व साहेबराव पटके 34 वोट हासिल कर पराजित हुए. इस संवर्ग में कुल 941 वोट पडे थे. जिसमें से 121 वोट अवैध पाए गए तथा 830 वैध वोटों की गिनती हुई.
इसके अलावा ग्रामपंचायत निर्वाचन क्षेत्र के आर्थिक दुर्बल घटक आरक्षित एक संचालक पद हेतु 3 प्रत्याशी मैदान में थे, जिसमें से सहकार पैनल के राम खरबडे ने 469 वोट हासिल करते हुए जीत प्राप्त की. वहीं इस सीट के लिए दावा पेश करने वाले सोपान गुडधे (325) व ज्योति औगड (52) को हार का सामना करना पडा. इस सीट हेतु कुल 941 वोट पडे थे. जिसमें से 95 वोट खारिज हुए और 846 वोटों की गिनती हुई.
फसल मंडी के अडत-व्यापारी निर्वाचन क्षेत्र से 2 संचालक चुने जाने थे और मैदान में कुल 7 प्रत्याशियों की दावेदारी थी. जिसमें से सहकार पैनल समर्थित स्वतंत्र प्रत्याशी प्रमोद इंगोले (444) व राजेश पाटिल (445) विजयी रहे. वहीं सतीश अटल (371), परमानंद अग्रवाल (254), रणजीत खाडे (66), अनिल जेठानी (21) व दिनेश वाटाणे (74) को हार का सामना करना पडा. इस निर्वाचन क्षेत्र में कुल 922 वोट पडे थे. जिसमें से 12 वोट अवैध करार दिए गए और 910 वैध वोटों की गिनती करते हुए नतीजे घोषित किए गए.
इसके अलावा हमाल-मापारी निर्वाचन क्षेत्र के एक संचालक पद हेतु मैदान में 4 दावेदार थे. जिसमें से मविआ प्रणित सहकार पैनल समर्थित स्वतंत्र प्रत्याशी बंडू वानखडे ने 231 वोट लेकर लगातार दूसरी बार मंडी संचालक निर्वाचित होने में सफलता प्राप्त की. वहीं इस निर्वाचन क्षेत्र में पुरुषोत्तम आखरे (6), प्रभाकर मेश्राम (121) व प्रदीप साठे (126) को हार का सामना करना पडा. इस निर्वाचन क्षेत्र में कुल 522 वोट पडे थे. जिसमें से 36 वोट अवैध करार देते हुए खारिज किए गए तथा 486 वैध वोटों की गिनती करते हुए नतीजे घोषित किए गए.
अमरावती फसल मंडी के 18 सदस्यीय संचालक मंडल हेतु हुए चुनाव में सभी 18 सीटों पर महाविकास आघाडी के नेताओं द्बारा एकजूट होकर उतारे गए सहकार पैनल के 15 अधिकृत व 3 समर्थित प्रत्याशियों को जीत मिली है. साथ ही चुनावी स्पर्धा में रहने वाले शेतकरी पैनल व बलिराजा पैनल का खाता तक नहीं खुल सका. ऐसे में जहां प्रतिस्पर्धी पैनल के प्रत्याशियों व नेताओं ने काफी हद तक मायूसी दिखाई दी. वहीं सहकार पैनल के विजेता प्रत्याशियों और पैनल के नेताओं ने इस जीत को लेकर जबर्दस्त जश्न मनाया.