मनपा की हालत ‘आमदानी अठन्नी…’
अमरावती/दि.17– अप्रैल के आखिरी तक संपत्ति कर से मनपा की तिजोरी में लगभग 40 करोड रुपये जमा हो गए है. वही दुसरी ओर पालिका को लगभग 228.46 करोड रुपये देने है. जिसमें से 150 करोड तो किसी भी परिस्थिती में देने के अलावा मनपा के पास दुसरा कोई पर्याय ही नहीं है. अन्यथा मनपा की गाडी रुकने का डर है.
वर्ष 2022-23 में नये सिरे से किए गए संपत्ति सर्वेक्षण व पुनःकर निर्धारण के कारण मनपा के संपत्ति कर के मांग 32 करोड से 149 करोड पर पहुंची है. आक्षेप हरकत के निराकरण के बाद विगत वर्ष 134 करोड रुपये डिमांड फायनल हुआ. मगर मार्च 2024 में पुराने आर्थिक वर्ष खत्म होने के बाद समयावधी के बाद भी वसुली का प्रतिशत मनपा के प्रामाणिक प्रयत्न के बाद भी अनेक कारणों से पीछे रह गया. विगत एक वर्ष से 15वें वित्त आयोग की निधी भी मनपा को नहीं मिली है. दुसरी ओर संपत्ति कर को अलग करे तो अन्य आर्थिक स्त्रोत मर्यादित हुए है. संपत्ति कर की मांग करोड से उपर उडान भरने के कारण संभ्रम अवस्था के कारण वसुली का अडंगा आया है. 134 करोड में से लगभग 80 प्रतिशत संपत्ति कर वसुली हुई है. तो मनपा के पास अन्य खर्च करने के लिए कुछ रकम बची होती. मगर वह भी वसुली रुकने के कारण विकास कामों को छोडे तो पुराने दायित्व व नियमित देयक कैसे करें. ऐसा भी प्रश्न मनपा के सामने खडा हो गया है.
228 करोड 46 लाख रुपयों का दायित्व
मनपा के उत्पन्न बढाने के लिए संपत्ति सर्वेक्षण व कर निर्धारण किए गए है. मगर अप्रैल के अंतिम में भी 40 करोड रुपये आए है. आस्थापन खर्च भी बढा है. मनपा पर लगभग 228 करोड 46 लाख रुपयों का दायित्व है.
देवीदास पवार, मनपा आयुक्त
बाजार परवाना में भी उत्तपन्न की मर्यादा
बाजार परवाना विभाग की ओर से भी लगभग तीन से पांच करोड रुपयों का उत्पन्न अपेक्षित रहता है. मगर वहां से होने वाले उत्पन्न में भी दो-तीन वर्ष से गिरावट आयी है.
निर्भय योजना 49.88 करोड
भूसंपादन के लिए 41.58 करोड
ठेकेदार का देयक (बांधकाम) 25.23 करोड
विद्युत देयक 31 करोड
ई.ई.एस.एल. 28.08 करोड
स्वच्छता देयक 16 करोड
जलापुर्ती बाकी देयक 13 करोड
सेवा उपदान बाकी 10 करोड
सुरक्षा अनामत रकम 10.50 करोड
जलापुर्ती टप्पा क्रं. 2 8.52 करोड
सेवानिवृत्त आवेदन छुट्टी 2 करोड
डीसीपीए 7 करोड 6 लाख
पुर्तीदार देयक 2 करोड
छुट्टी रोखीकरम बाकी 6 करोड
सेवा उपदान 1 करोड 65 लाख