अमरावती प्रतिनिधि/दि.१२ – शहर में विगत कुछ दिनों से कोविड संक्रमण की रफ्तार ने गति पकड ली है. साथ ही कोविड संक्रमितोें की जानकारी मिलने में विलंब होने से संक्रमण बढ रहा है. ऐसा अंदेशा है. साथ ही इन दिनों कोरोना से होनेवाली मौतों का प्रमाण भी बढ गया है. जिसकी वजह से कोरोना संक्रमितों के कोविड मुक्त होने का प्रमाण घट गया है. 39 दिन पहले 1 फरवरी को मरीजों के ठीक होने का प्रमाण 96.53 प्रतिशत था. जो अब घटकर 11 मार्च को 85.13 फीसदी पर पहुंच गया है. रिकवरी रेट में आयी यह कमी जिले के लिहाज से चिंता का विषय है. वहीं इस समय कोरोना से होनेवाली मौतोें का प्रमाण 1.41 फीसदी पर है.
बता दें कि, फरवरी माह के पहले सप्ताह में कोविड संक्रमितों की संख्या ने 100 के स्तर को पार करना शुरू किया था. वहीं 14 फरवरी के बाद यह आंकडा 400 से 500 के स्तर को रोजाना ही पार कर रहा था और ऐसा भी समय आया, जब यह आंकडा 800 व 900 के स्तर को भी पार कर गया. जिससे चहुंओर चिंताजनक हालात बन गये थे. स्थिति यह रही कि, केवल एक सप्ताह में ही 3 हजार 754 लोग कोविड संक्रमण की चपेट में आये. वहीं दूसरी ओर रोजाना सैंकडों लोग कोविड मुक्त होकर कोविड अस्पताल से डिस्चार्ज होते हुए अपने घर लौट रहे थे. जिले में इस समय तक 35 हजार 144 मरीज कोविड मुक्त हो चुके है. यह अपने आप में राहतवाली बात है. इसके साथ ही करीब एक माह बाद 9 मार्च को केवल 282 कोविड संक्रमित मरीज पाये गये. जिसे देखकर यह दिलासा मिला कि, अब मरीजों की संख्या घट रही है. लेकिन दूसरे ही दिन संक्रमितों की संख्या ने फिर उछाल भरी. इसका प्रमुख कारण यह रहा कि, सप्ताह के अन्य दिनों की तुलना में सोमवार को तुलनात्मक रूप से कम टेस्टिंग होती है. सोमवार को सरकारी कोविड टेस्ट लैब में केवल 449 सैम्पलों की जांच हुई थी. वहीं मंगलवार को 1 हजार 122 सैम्पल जांचे गये. ऐसे में सोमवार को पॉजीटीव रिपोर्ट की संख्या कम रही. वहीं अगले दो-तीन दिन संक्रमितों की संख्या में इजाफा होता देखा गया. ऐसे में कहा जा सकता है कि, फिलहाल कोविड संक्रमण का खतरा कम नहीं हुआ है और सभी को प्रतिबंधात्मक उपायों का कडाई से पालन करना होगा.