अमरावती/दि.17– इस बार मिर्ची की फसल पर ब्लॅक क्रिप्स रोग का प्रादुर्भाव हुआ है. जिसके चलते 20 से 30 प्रतिशत मिर्ची का उत्पादन कम हुआ है. अमरावती के बाजार समिति में शहर से 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित गांव से मिर्ची बिक्री के लिए लायी जाती है. वरुड व मोर्शी यह अधिक उत्पादन लेने वाले तहसील है. लेकिन यहां के किसान अपनी मिर्ची को नागपुर ले जाते हैं. जिसके चलते अमरावती बाजार समिति में बिक्री के लिए आने वाली मिर्ची की आवक कम होने से 65 से 70 रुपए किलो हरी मिर्च को कीमत मिल रही है.
* हरी मिर्च 65 से 70 रुपए किलो
थोक बाजार में हरी मिर्ची के दाम 65 से 70 रुपए किलो है. वहीं चिल्लर बाजार में 70 से 80 रुपए किलो तक मिर्ची मिल रही है. उत्पादन पर असर होने से दरवृद्धि होने की बात मिर्ची विक्रेता कह रहे हैं.
* लाल मिर्च हुई महंगी
जिले के मोेर्शी, वरुड तहसील में मिर्ची का उत्पादन अधिक मात्रा में होता है. इन तहसीलों के किसानों को अमरावती मार्केट की बजाय नागपुर मार्केट अधिक करीब लगता है व कीमत भी अच्छी मिलने से अमरावती बाजार समिति में लाल मिर्ची बिक्री के लिए कम आ रही है. बाजार समिति में आने वाली मिर्ची भी दूसरे राज्य से आती है. फिलहाल लाल मिर्च 170 से 180 रुपए प्रति किलो दाम से चिल्लर बाजार में उपलब्ध है.