प्रतिनिधि/दि.१४
अमरावती – कोरोना जैसे संकट काल में हर क्षेत्र के लोगों की आर्थिक स्थिति बिगड चुकी है. ऐसे में बच्चों के शाला की फीस पूरी तरह से भरना असंभव है. सोमवार को शहर के कुछ अभिभावकों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपते हुए निजी शालाओं की फीस ५० प्रतिशत कम कराने की मांग की है.
- सभी शालाओं के लिए लागू हो नियम
– ज्ञापन में कहा है कि, इस वर्ष कोविड १९ जैसी वैश्विक समस्या से संपूर्ण मानव जाति संघर्ष कर रहा है. महामारी की वजह से लोगों की नौकरी, व्यवसाय में बडे पैमाने पर आर्थिक नुकसान हुआ है. फिलहाल सभी शालाएं भी बंद है, लेकिन बच्चों के भविष्य को देखते हुए ऑनलाइन कक्षाएं शुरु की गई है. वही शाला प्रबंधन अभिभावकों को पुरे साल की फीस भरना अनिवार्य कर रहा है.
– इस समय मांग की गई है कि, शाला प्रशासन अभिभावकों से ५० प्रतिशत फीस ही वसूल करें, इसके लिए जिले के सभी निजी शालाओं को ५० प्रतिशत फीस कम करने के निर्देश देने की मांग ज्ञापन में की गई. ज्ञापन सौंपते समय सुधीर देशमुख, मंगेश पवार, आनंद पाटिल, महेश गांधी, शैलेश लेंडे समेत बडी संख्या में अभिभावक उपस्थित थे.