लोकशाही भवन में ईवीएम को ‘रिफ्रेश’ करना शुरु
प्रथम चरण में 13,168 बैलेट, कंट्रोल यूनिट व वीवीपैट की होगी जांच
* बंगलुरु के भेल कंपनी के 6 इंजीनियर पहुंचे अमरावती
* एक माह तक प्रथम चरण की ‘एफएलसी’ प्रक्रिया चलने की संभावना
* हर दिन 100 से 150 मशीनों की जांच कर किया जाएगा क्लोज रिजल्ट क्लीयर
अमरावती/दि. 1 – आगामी दो से तीन माह बाद होने जा रहे राज्य विधानसभा चुनाव के लिए प्रशासन ने तैयारी छेड दी. सबसे पहले 16 प्रकार के कामों हेतु नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए है. साथ ही विद्यापीठ रोड स्थित लोकशाही भवन में जिले के 8 विधानसभा क्षेत्र के 13 हजार 168 बैलेट यूनिट, कंट्रोल यूनिट, वीवीपैट के प्रथम चरण की जांच का काम शुरु किया गया है. इसके तहत लोकसभा चुनाव के इन मशीनो में स्थित परिणाम को हटाया जाएगा. इसे वैसे क्लोज रिजल्ट क्लीयर (सीआरसी) कहा जाता है, इसे क्लीयर करने के लिए कर्नाटक राज्य के बंगलुरु शहर के भेल कंपनी के 6 इंजीनियर इसके लिए आए है. यह कार्य आगामी एक माह तक चलने की संभावना व्यक्त की गई है.
चुनाव विभाग विधानसभा चुनाव के लिए तैयार हो गया है. आज गुरुवार 1 अगस्त से ईवीएम की प्राथमिक जांच विद्यापीठ रोड स्थित लोकशाही भवन में सुबह 11 बजे से आरंभ हो गई है. राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के सामने आगामी एक माह तक लोकशाही भवन में यह कार्य चलेगा. जिले के 8 विधानसभा क्षेत्र में लगनेवाले 6088 बैलेट यूनिट, 3406 कंट्रोल यूनिट और 6374 वीवीपैट की प्रथम चरण की जांच आरंभ हो गई है. हर दिन 150 से 200 मशीनों की जांच कर उसे क्लोज रिजल्ट क्लीयर कर रिफ्रेश किया जाएगा. ईवीएम जांच सक्षम अधिकारी करेंगे. बंगलुरु के भेल कंपनी के 6 इंजीनियर अमरावती पहुंचे है. रवि जयस्वाल के नेतृत्व में दो महिला इंजीनियर सहित कुल 6 इंजीनियर ईवीएम मशीनो की क्लोज रिजल्ट क्लीयर की प्रक्रिया पूर्ण कर उसे रिफ्रेश करने में आज से जूट गए है. ईवीएम मशीनों को इन इंजीनियरो के समक्ष लाकर रिफ्रेश करने के लिए मनपा, जिला परिषद और जिलाधिकारी कार्यालय के 50 कर्मचारी सहयोग के लिए रखे गए है. इस जांच प्रक्रिया के दौरान जिलाधिकारी और अपर जिलाधिकारी भी लोकशाही भवन पहुंचकर समय-समय पर जायजा लेनेवाले है. सुरक्षा की दृष्टि से एक सशस्त्र जवान सहित चार जवानो को तैनात किया गया है. वैसे तो यह जांच प्रक्रिया 20 दिन की रखी गई है. लेकिन 20 दिन में यह कार्य पूर्ण होना संभव न रहने से यह प्रक्रिया एक माह तक चलने की संभावना व्यक्त की गई है. नायब तहसीलदार (चुनाव) प्रवीण देशमुख की देखरेख में यह प्रक्रिया चल रही है.
* लोकसभा चुनाव में हुआ था इन सभी मशीनों का इस्तेमाल
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बैलेट और कंट्रोल यूनिट व वीवीपैट सहित 13 हजार 168 मशीन अमरावती जिले के 8 विधानसभा क्षेत्र में गत लोकसभा चुनाव में इस्तेमाल की गई थी. इन मशीनों को अब बंगलुरु के भेल कंपनी के इंजीनियरों के जरिए रिफ्रेश करने का काम शुरु हुआ है. विद्यापीठ रोड स्थित लोकशाही भवन में पुलिस की कडी सुरक्षा में यह काम शुरु किया गया है. विभिन्न राजनीतिक दलो के प्रतिनिधियों के समक्ष यह जांच कार्य शुरु किया गया है.