विवाह को कानूनी मान्यता देने पंजीयन आवश्यक
अमरावती/दि.29– विवाह को कानूनी मान्यता प्राप्त होने हेतु उसका पंजीयन करवाया जाना बेहद आवश्यक होता है. विवाह पंजीयन होने के बाद ही कानूनी अधिकार लागू होते है. परंतु कई बार दम्पतियों द्वारा विवाह के बाद इसकी ओर अनदेखी की जाती है और इस काम को आज कल पर टालते हुए कई वर्ष बीता दिये जाते है. वहीं जब दस्तावेजों की जरुरत पडती है, तब विवाह को पंजीकृत कराने की प्रक्रिया पूर्ण की जाती है.
* एक साल के दौरान मनपा में सैकडों आवेदन
वर्ष 2023 के दौरान अमरावती मनपा के पास सैकडों लोगों ने विवाह के पंजीयन हेतु आवेदन किया था. लेकिन कई लोगों ने इस पंजीयन की ओर अनदेखी ही की है.
* क्यों आवश्यक है विवाह पंजीयन?
विवाह को कानूनी वैधता प्रदान करने हेतु कानून के तहत विवाह का पंजीयन करना अनिवार्य होता है और विवाह के पंजीकृत रहने पर ही कानूनी अधिकार लागू होते है.
* कैसे होता है विवाह पंजीयन?
दुल्हा व दुल्हन का आयु प्रमाणपत्र, पासपोर्ट, आधार कार्ड, पहचानपत्र व निवासी दाखिला, विवाह पत्रिका, विवाह समारोह में दुल्हा व दुल्हन के छायाचित्र, पति व पत्नी के शपथपत्र, साक्षीदारों के फोटो, पुरोहित का शपथपत्र आदि दस्तावेजों की विवाह पंजीयन के लिए आवश्यकता होती है.
* कितने दिनों में मिलता है मैरेज सर्टीफिकेट?
मनपा मुख्यालय वाली इमारत में विवाह का पंजीयन किया जाता है और विवाह पंजीयन हेतु दस्तावेजों की पूर्तता के बाद अगले एक सप्ताह के भीतर विवाह प्रमाणपत्र प्रदान किया जाता है.
* आवश्यक दस्तावेजों के साथ पंजीयन करें
विवाह को कानूनी मान्यता मिलने हेतु विवाह का पंजीयन करना बेहद जरुरी होता है. विवाह पंजीयन प्रमाणपत्र अपने आप में बेहद जरुरी दस्तावेज है और कई महत्वपूर्ण दस्तावेजों व कामों के लिए यह प्रमाणपत्र होना जरुरी होता है. ऐसे में सभी आवश्यक दस्तावेजों के साथ विवाह का पंजीयन कराना चाहिए. यह सुविधा मनपा कार्यालय में उपलब्ध है.
– देवीदास पवार,
आयुक्त व प्रशासक,
अमरावती मनपा.