अमरावती प्रतिनिधि/दि.६ – हमेशा ही फसल खरीदी के लिए शुरु होने वाले पंजीयन को लेकर ही हंगामा हो जाता है और इस बार तो ऑनलाइन पंजीयन नहीं होने के चलते किसानों ने तुअर खरीदी के लिए ऑफलाइन ही पंजीयन करना शुरु कर दिया है. जिससे ऑनलाइन की बजाय ऑफलाइन में किसानों ने सर्वाधिक आवेदन दिए हैं. ऑनलाइन में 535 तो ऑफलाइन 1905 किसानों ने तुअर खरीदी के लिए ऑफलाइन आवेदन किए हैं.
खरीफ फसल में इस वर्ष मूंग, उडद के बाद सोयाबीन चौपट हो जाने के किसानों ने कपास व तुअर पर ही उम्मीद जताई थी. इस वर्ष तुअर की फसल की सर्वाधिक बुआई भी की गई. जिले की बाते करें तो कृषि विभाग ने 1113.84 हेक्टेयर पर तुअर की फसल का अनुमान जताया था. जिसकी तुलना में 1033.29 हेक्टेयर में तुअर की बुआई की गई. अधिकांश किसानों की फसल को फल्लिया भरने लगी है जबकि कई क्षेत्रों में तुअर की फल्लियां भरने की प्रक्रिया शुरु है. जल्द ही इस फसल की कटाई शुरु होगी. जिसके पूर्व नाफेड ने तुअर के लिए खरीदी पंजीयन का काम शुरु कर दिया है. जिसके अनुसार 6 केंद्रों पर पंजीयन 28 दिसंबर से ही किया जा रहा है. जिसमें अचलपुर, चांदूर रेलवे, दर्यापुर, धारणी, नांदगांव खंडेश्वर, तिवसा का समावेश है.
तुअर की फसल अभी भी खेत में रहने से पंजीयन को लेकर किसानों में उत्साह दिखाई नहीं दे रहा, बावजूद इसके ऑफलाइन पंजीयन को ही पसंद किया जा रहा है. ऑनलाइन पंजीयन को ही पसंद किया जा रहा है. ऑनलाइन में सर्वर डाउन रहने से किसानों की सर्वाधिक शिकायतें प्राप्त हो रही है. जिसके चलते ऑफलाइन पंजीयन कराने पर विवश होना पड रहा है. विभाग की मानें तो अचलपुर में 158 ऑनलाइन तो 250 ने ऑफलाइन पंजीयन किया है. चांदूर रेलवे में 253 ने ऑनलाइन तो 1050 ने ऑफलाइन पंजीयन किया है. नांदगांव खंडेश्वर में मात्र 8 लोगों ने ऑनलाइन किया है, जबकि 450 लोगों ने ऑनलाइन पंजीयन किया है. एकमात्र तिवसा खरीदी केंद्र है जहां 159 ने ऑनलाइन खरीदी की है, जबकि 56 ने ऑफलाइन किया है. जिससे ऑनलाइन की ओर किसानों का उत्साह दिखाई नहीं दे रहा, ऐसा कहना भी गलत नहीं होगा.