अमरावती

नियमित योग से होता है हृदय व आत्मा का संयोग

स्वामी श्री रामराजेश्वराचार्य माउली का प्रतिपादन

अमरावती/दि.21– देश में प्राचीन काल से यौगिक पंरपरा का जतन हो रहा है. आज की आधूनिक जीवन शैली में शारिरीक एवं मानसिक तंदुरुस्ती के लिए योग व प्राणायाम किसी रामबाण उपाय से कम नहीं है. नियमित योग के माध्यम से हृदय व आत्मा का संयोग होता है, ऐसा प्रतिपादन श्री रुख्मिणी विदर्भ पीठ के पीठाधिश्वर स्वामी रामराजेश्वराचार्य माउली ने किया.
सद्गुरु राजेश्वर माउली पब्लिक फाउंडेशन द्बारा ग्राम जोडो अभियान शुरु किया गया है. इस अभियान अंतर्गत विश्व योग दिवस पर्व पर स्थानीय शांति निकेतन इंटरनैशनल स्कूल में राजयोग शिबिर का आयोजन किया गया. इस शिबिर के समापनीय अवसर पर स्वामी श्री रामराजेश्वराचार्य माउली ने सभी को योग से जुडी महत्वपूर्ण बाते बताई. पूर्व मंत्री जगदिश गुप्ता, मराठा शिक्षा संस्था के सचिव डॉ. अमोल भोयर, ग्राम जोडो अभियान के अध्यक्ष आप्पासाहेब देशमुख समेत विभिन्न मान्यवर कार्यक्रम में प्रमुख रुप से उपस्थित थे. कार्यक्रम मेें स्वामी रामराजेश्वराचार्य महाराज ने कहा कि, योग के माध्यम से ही आत्मा व परमात्मा के बीच संबंध स्थापित किया जा सकता है. योग एक यात्रा है, ध्यान तनाव मुक्त होने का एक मार्ग है. केवल शारिरीक ही नहीं बल्कि मानसिक मजबूती भी योग साधना के माध्यम से परिपूर्ण हो सकती है.
कार्यक्रम में पूर्व मंत्री जगदिश गुप्ता ने कहा कि, योग के माध्यम से ही अच्छे संस्कार प्राप्त किये जा सकते है. नियमित योगा के माध्यम से व्यक्ति अपनी उन्नती कर सकते है. संस्था के सचिव डॉ. अमोल भोयर ने भी ग्राम जोडो अभियान की सराहना करते हुए इस अभियान को हर संभव सहयोग करने की अपील की. कार्यक्रम में छोटे बच्चों द्बारा योगाभ्यास का प्रदर्शन किया गया. कार्यक्रम का संचालन मंदा नांदूरकर ने किया. पायल बारब्दे ने कार्यक्रम तथा शिबिर की आयोजन भूमिका पर प्रकाश डाला. इस अवसर पर परिसर के नागरिक व पालक बडी संख्या में उपस्थित थे.

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