अमरावती

कोरोना के चलते अनाथ हुए 9 बच्चों का पुनर्वसन

प्रत्येक बच्चे के नाम पर की गई पांच लाख रूपये की एफडी

  • जिलाधीश नवाल ने दी जानकारी

अमरावती/दि.4 – कोविड संक्रमण के चलते अपने माता-पिता को खो चुके सात बच्चों का प्रस्ताव गुरूवार को सरकार के समक्ष पेश किया गया. इसके साथ ही दो और बच्चों के नाम भी सामने आये है. ऐसे कुल 9 बच्चों के नाम पर पांच-पांच लाख रूपये का फिक्स डिपॉझिट किया जायेगा. साथ ही उनके परिवार व रिश्तेदारों में से अगर कोई भी उनके पालन-पोषण हेतु तैयार नहीं हुआ, तो इन बच्चों को बाल संगोपन गृह में रखा जायेगा. इस आशय की जानकारी जिलाधीश शैलेश नवाल द्वारा गत रोज दी गई.
बता दें कि, कोविड संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान मौतों के मामले बढने के साथ ही कई बच्चों के माता-पिता की मौत हो जाने की घटनाएं सामने आयी है. दोनों अभिभावकों को इस महामारी के चलते खो देनेवाले इन अनाथ बच्चों को अब सरकार द्वारा सहारा दिया जायेगा. साथ ही कुछ योजनाओं का लाभ देते हुए इन बच्चों के संपूर्ण पुनर्वसन का प्रयास भी किया जायेगा. इसके तहत बाल संगोपन योजना के तहत प्रत्येक बच्चे को प्रतिमाह 1 हजार 100 रूपये की अनुदान राशि दी जायेगी. इसके साथ ही इन बच्चों का मानसिक पुनर्वसन करने के साथ ही उन्हें कौशल्य विकास का प्रशिक्षण देते हुए उनकी आजीविका हेतु स्थायी पर्याय उपलब्ध कराने के लिए भी कृति प्रारूप तैयार किया जायेगा.
जिला टास्कफोर्स द्वारा कोविड संक्रमण की वजह से मृत होनेवाले 50 वर्ष से अधिक आयुगुट के सभी मरीजोें की जानकारी संकलित की गई. साथ ही उनके रिश्तेदारों से भी संवाद साधा गया और इस जरिये कोविड महामारी की वजह से अपने दोनों अभिभावक खो चुके बच्चों की खोज करना संभव हुआ. जिसके बाद अब इन बच्चों को सरकार द्वारा तमाम आवश्यक राहत व सहायता उपलब्ध करायी जा रही है.

  • दोनों अभिभावक खो चुके बच्चे – 9
  • पिता खो चुके बच्चे – 62
  • मां खो चुके बच्चे – 16

इन अनाथ बच्चों को मिलेगा लाभ

18 वर्ष तक की आयुवाले जिन बच्चों के माता-पिता 1 मार्च 2020 अथवा उसके बाद कोविड संक्रमण की वजह से मृत हुए है, इस कालावधि में माता या पिता में से किसी एक का कोविड संक्रमण के चलते तथा दूसरे का किसी अन्य वजह के चलते निधन हुआ है तथा 1 मार्च 2020 से पहले किसी भी वजह के चलते माता या पिता में से किसी एक का और 1 मार्च 2020 के बाद कोविड संक्रमण में चलते दूसरे अभिभावक का निघन हुआ है, ऐसे बच्चों को इस योजना का लाभ मिलेगा.

Related Articles

Back to top button