पेट्रोल बंद के निर्णय से मरीजों के रिश्तेदारों को मनस्ताप
अमरावती/प्रतिनिधि दि.१७ – 9 मई से जिले में लगाई गई संचारबंदी के निर्णय में पेट्रोल पंप से सर्वसामान्य लोगों की दुपहिया में पेट्रोल देने मनाई की गई है. इस निर्णय का सर्वाधिक झटका बीमार पडे मरीजों के रिश्तेदारों को सहना पड रहा है. मरीजों को अस्पताल में कैसे ले जाना, यह प्रश्न उन्हें सता रहा है.
कोरोना मरीजों के बढते प्रादुर्भाव से अमरावती जिले में 9 मई से कडे निर्बंध लगाए गए है. जिसमें अत्यावश्यक सेवा के लोगों के अलावा सर्वसामान्य नागरिकों को पेट्रोल पंप पर वाहन में पेट्रोल भरने मनाई की गई है. प्रशासन के इस निर्णय से संकटकाल में भी लोगों को वाहन में पेट्रोल मिलना मुश्किल हो चुका है. जिससे उन्हें अनेक संकटों का सामना करना पड रहा है.
इसमें प्रमुखता से बीमार मरीजों को अस्पताल में ले जाने के लिए प्रयास करने वाले रिश्तेदारों को भारी असुविधा का सामना करना पड रहा है. अगर किसी घर पर कोई व्यक्ति बीमार पडा हो अथवा किसी को अस्पताल में दैनदिन जांच के लिए जाना हो, ऐसे लोगों को उनकी दुपहिया में पेट्रोल भरने के लिए पेट्रोल पंप पर इंकार किया जाता है. पेट्रोल पंप के संचालक से अपील करने पर भी जरुरतमंद लोगों को पेट्रोल पंप पर पेट्रोल नहीं दिया जाता. आप के पास अत्यावश्यक सेवा का आयकार्ड रहेगा तो ही पेट्रोल मिलेगा, ऐसा पेट्रोल पंप पर कहा जाता है. वाहन में पेट्रोल न रहने से बीमार व्यक्ति को अस्पताल केैसे ले जाना, इस तरह का प्रश्न मरीजों के रिश्तेदारों के सामने है.