अमरावतीमहाराष्ट्र

चिन्मय कृष्णदास को अविलंब करें रिहा

बांग्लादेश में रोकें अत्याचार

* विहिप, बजरंग दल का राष्ट्रपति के नाम निवेदन
अमरावती/दि.3– विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल ने आज राष्ट्रपति के नाम जिलाधीश सौरभ कटियार को निवेदन देकर बांग्लादेश में हिंदूओं पर हो रहे अत्याचार को रोकने एवं चिन्मय कृष्णदास प्रभूजी की अविलंब रिहाई की मांग की है. निवेदन में कहा गया कि पडोसी मुल्क में हिंदू, सिक्ख समाज पर अत्याचार हो रहे हैं. बहन,बेटियों की आबरु लूटी जा रही है. हिंदूओं को देश से बाहर निकालने की कोशिश हो रही है. उनकी संपत्ती कब्जाने की कोशिश कर रहे हैं. बांग्लादेश प्रशासन कायर बना हुआ है. अतः विहिप इन अत्याचार रोकने के लिए कठोर से कठोर कार्रवाई की मांग भारत सरकार से कर रहा है.
इस समय ईस्कॉन के संत श्रीमान नित्यहरिनाम प्रभूजी, सुंदरनाथ प्रभूजी, रणछोडकृष्ण प्रभूजी, विठ्ठल प्रभूजी, बंटी पारवानी, शरद अग्रवाल, त्रिदेव डेंडवाल, आकाश पाली, शक्तावेश अवतार दास, जॉनी जयसिंघानी, संतोष कुकडे, अश्विन चौधरी, अक्षय निनावे, गोविंद अहिर और संगठन के पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित थे.
निवेदन में कहा गया कि भगवान श्रीकृष्ण के अनुयायी इस्कॉन समूह ने वर्षो तक आपातकाल दौरान बांग्लादेश में अन्नदान की सेवाएं दी. हिंदू मंदिरों ने भंडारे चलाए. आज बांग्लादेश प्रशासन व्दारा वहां के इस्कॉन मंदिर के मुख्य पुजारी को गिरफ्तार किया गया है. विहिप बांग्लादेश प्रशासन की कायरतापूर्ण और अलोकतांत्रिक घटना का पुरजोर विरोध करती है. बांग्लादेश के कट्टरपंथी वहां अल्पसंख्यक समाज को निशाना बनाकर बहू-बेटियों पर अत्याचार कर रहे हैं, दुकानें लूट रहे हैं, हिंदूओं की संपत्ति कब्जाने की कोशिशें कर रहे हैं. बांग्लादेश स्थापना के समय वहां 32 प्रतिशत हिंदू आबादी थी. जो आज घटकर 8 प्रतिशत रह गई है. विहिप, बजरंग दल और अन्य हिंदू संगठन वहां हो रहे अन्याय, अत्याचार, उत्पीडन का घोर निषेध कर भारत सरकार से इस दिशा में तत्काल कडे कदम उठाने की अपेक्षा व्यक्त कर रहे हैं.

 

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