डॉ. शोभा गायकवाड लिखित 10 पुस्तकों का विमोचन
अमरावती/दि.3-डॉ. शोभा गायकवाड की कविता का आशय जिज्ञासापूर्ण व अविष्कार नाविण्यपूर्ण है. उनकी कविता इंदिरा संत की कविता से नजदीकी का नाता बताने वाली है, यह गौरवपूर्ण बात डॉ. सतीश कराल ने कही. राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त अध्यापिका, ग्रामगीताचार्य डॉ. शोभा गायकवाड लिखित दस पुस्तकों का विमोचन जाधव पॅलेस में हाल ही में हुआ. इस विमोचन समारोह में बतौर अतिथि वे बोल रहे थे. कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य स्मिता देशमुख ने की. संचालन चारूदत्त चौधरी ने किया. विविध संस्था, संगठन व व्यक्तियों द्वारा इस अवसर पर डॉ. शोभा गायकवाड का सत्कार किया गया. भाषा विश्व साहित्य संस्था की ओर से विमोचन समारोह का आयोजन किया गया था. विमोचन समारोह के पश्चात प्राचार्य राज यावलीकर की अध्यक्षता में कवि संमेलन हुआ. कवि संमेलन का संचालन कल्पना विघे ने किया. इस अवसर पर खुशाल गुल्हाने, विशाल मोहोड, संजय यादगिरे, शालिनी कावरे, छाया पाथरे, अंजलि वारकरी, प्रभा आवारे, अबोली गायकवाड, चंद्रशेखर तरारे आदि कवियों ने अपनी कविता प्रस्तुत की.