अमरावती

शहर में जलापूर्ति नियमित होने से नागरिकों में राहत

देर रात तक अनेक इलाकों में छोडा गया पानी

* अन्य इलाकों में आज सुबह से की जा रही हैं जलापूर्ति
अमरावती/दि.8– अमरावती व बडनेरा शहर को जलापूर्ति करने वाली मुख्य पाइपलाइन बोरगांव धर्माले के पास फूट जाने से रविवार से शहर की जलापूर्ति बंद रहने से पेयजल के लिए हाहाकार मच गया था. महाराष्ट्र जीवन प्राधिकरण ने 8 दिसंबर तक शहर में जलापूर्ति न होने की सूचना दी थी. लेकिन 25 कर्मचारियों के 51 घंटे के परिश्रम से शहर की जलापूर्ति बुधवार से ही शुरु कर दी गई हैं. बुधवार की देर रात तक निचले इलाकों में मजीप्रा व्दारा पानी छोडने के बाद आज सुबह से अन्य इलाकों में जलापूर्ति की जाने से नागरिकों ने राहत की सांस ली हैं.
अप्पर वर्धा बांध से अमरावती के जलशुद्धिकरण केंद्र तक आनेवाली जलापूर्ति की मुख्य पाइपलाइन रविवार को दोपहर 12 बजे के दौरान बोरगांव धर्माले के पास फूट जाने से शहर की जलापूर्ति पूरी तरह बंद हो गई थी. इस पाइपलाइन को दुरुस्त करने में चार दिन का समय लगने की जानकारी मजीप्रा व्दारा दी गई थी. तब तक शहर में जलापूर्ति न होने की सूचना दी गई थी. लेकिन मजीप्रा के 25 कर्मचारियों के दल ने पोकलैंड व क्रेन की सहायता से रविवार को दोपहर 3 बजे से युद्धस्तर पर काम शुरु कर दिया. वरिष्ठ अधिकारी भी घटना स्थल पर ही डेरा जमाकर बैठे रहे और समय के पूर्व मंगलवार को दोपहर तक 51 घंटे में शहर को जलापूर्ति करने वाली इस मुख्य पाइपलाइन को दुरुस्त कर लिया. पश्चात सिंभोरा के केंद्र से पहले एक पंप से ट्रायल लेने के बाद अन्य तीन पंपों से पानी जलशुद्धिकरण केंद्र तक छोडा गया. मंगलवार की देर रात तक आवश्यक प्रक्रिया जलशुद्धिकरण केंद्र में पूरी करने के बाद निचले इलाकों की पानी की टंकी में पानी छोडा गया और बुधवार को सुबह 9 बजे से निचले इलाकों की बस्तियों में नल आना शुरु हो गए. चरणबद्ध तरीके से निचले इलाकों की बस्तियों में देर रात तक जलापूर्ति की गई. पश्चात गुरुवार को सुबह से शेष अन्य इलाकों में जलापूर्ति की जाने से नागरिकों ने राहत की सांस ली हैं. अब शहरवासियों को नियमित जलापूर्ति की जाएगी. लेकिन पिछले तीन दिनों से जलापूर्ति न होने के कारण मनपा के टैंकर से जलापूर्ति की मांग बढ गई थी. अब शहर की जलापूर्ति पूर्ववत होने से पानी के टैंकर की मांग कम हो गई हैं.

* चार दिन में 115 टैंकर के माध्यम से जलापूर्ति
रविवार से मनपा क्षेत्र की जलापूर्ति बंद हो जाने से मनपा के टैंकर से जलापूर्ति की मांग होने लगी. मनपा के उद्यान विभाग और अग्निशमन विभाग के प्रत्येकी दो टैंकर के माध्यम से विभिन्न इलाकों में जलापूर्ति की गई. रविवार को दोपहर बाद 20 टैंकर से बस्तियों में पानी पहुंचाया गया. पश्चात सोमवार को 35, मंगलवार को 40 और बुधवार को शाम तक 20 टैंकर के माध्यम से शहरवासियों को जलापूर्ति की गई. नागरिकों की बढती मांग को देखते हुए शहर के मुख्य मार्गो के पौधों को पानी देने वाले टैंकर का भी इस्तेमाल इस सेवा के लिए किया गया था.

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