चौराहे पर कड़ी धूप में हरी नेट से मिलती है राहत
राजकमल चौक और श्याम चौक पर व्यवसायियों का उपक्रम
अमरावती/दि.5- ग्रीष्मकाल में चिलचिलाती धूप में लोग नागरिकों की प्यास बुझाने के लिए जगह-जगह पाणपोई लगाते हैं. लेकिन अमरावती शहर में राह चलते नागरिकों को धूप से बचाव के लिए हर वर्ष चौराहे पर हरी नेट लगाकर छांव का सहारा दिया जाता है. इस वर्ष राजकमल चौक के अलावा श्याम चौक के रघुवीर प्रतिष्ठान के सामने ऊंचाई पर लंबी चार नेट लगाई गई है. जिससे आसपास के व्यवसायियों सहित नागरिकों को काफी राहत मिल रही है.
ग्रीष्मकाल में अनेक व्यवसायी व सामाजिक संगठन नागरिकों की प्यास बुझाने के लिए जगह-जगह पाणपोई लगाते हैं. इससे चिलचिलाती धूप में लोगों की प्यास बुझती है. धूप से बचाव के लिए अनेक दूकानदार अपने प्रतिष्ठान के सामने हरी नेट लगाते हैं. ताकि धूप और गर्मी से थोड़ी बहुत राहत मिल सके. लेकिन इस कड़ी धूप में सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक शहर के प्रमुख चौराहे जहां ट्रैफिक सिग्नल लगे है, वहां वाहन चालकों को लाल सिग्नल होने पर अपने वाहन रोककर हरे सिग्नल का इंतजार करते हुए खड़े रहना पड़ता है. ऐसे समय हर वाहन चालक धूप में पसीना बहाते हुए छांव की तरफ देखता रहता है. चौराहे के व्यवसायी इसी कारण वाहन चालकों के लिए धूप से बचाव के लिए हरी नेट लगाते हैं और उन्हें इसके जरिए छांव का सहारा देते हैं. इस वर्ष श्याम चौक पर रघुवीर प्रतिष्ठान के पास ऊंचाई पर चार लंबी हरी नेट लगाई गई है जो रघुवीर प्रतिष्ठान से मनपा इमारत तक ऊंचाई पर लगी है. इस नेट की छांव सड़क पर लंबी दूरी तक रहती है. दोपहर के समय परिसर के व्यवसायियों के अलावा मनपा की इमारत में स्थित विभिन्न कार्यालय में कार्यरत कर्मचारियों को भी इससे काफी राहत मिल रही है. साथ ही मार्ग से गुजरने वाले राहगीर छांव देखकर कुछ समय के लिए वहां खड़े हो जाते हैं. इस हरी नेट की छांव से चौराहे पर तैनात ट्रैफिक जवान भी राहत महसूस करते हैं. नागरिकों द्वारा अब यह भी चर्चा शुरु हो गई है कि इस तरह हरी नेट की छांव हर चौराहों के ट्रैफिक सिग्नल पर होनी चाहिए.