अमरावती

मंत्रालय ऍट अमरावती में हुआ 300 शिकायतों का निवारण

उच्च व तंत्र शिक्षा मंत्री उदय सामंत की पहल साबित हुई कारगर

अमरावती/प्रतिनिधि दि.२ – विद्यार्थियों, प्राध्यापकों व अभिभावकों की शिकायतों का तत्काल निराकरण करने हेतु उच्च व तंत्र शिक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में सभी विद्यापीठों में संवादात्मक उपक्रम आयोजीत किये जा रहे है. जिसका विद्यार्थियों की समस्याओं को दूर करने में लाभ हो रहा है और अब तक 4 हजार से अधिक शिकायतों का निवारण किया जा रहा है. ऐसे में इसी तरह का उपक्रम विभाग स्तरीय सहसंचालक कार्यालय द्वारा प्रत्येक जिले में आयोजीत किया जाये. इस आशय का निर्देश राज्य के उच्च व तंत्र शिक्षा मंत्री उदय सामंत द्वारा जारी किया गया.
गत रोज उच्च व तंत्र शिक्षा मंत्री उदय सामंत की प्रमुख उपस्थिति में ‘उच्च व तंत्र शिक्षा मंत्रालय ऍट अमरावती’ नामक उपक्रम संगाबा अमरावती विद्यापीठ के डॉ. के. जी. देशमुख सभागृह में आयोजीत किया गया था. इस अवसर पर वे अपने विचार व्यक्त कर रहे थे. इस समय पूर्व राज्यमंत्री व विधायक प्रवीण पोटे पाटील, उच्च व तंत्र शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव विकासचंद्र रस्तोगी, कुलगुरू डॉ. दिलीप मालखेडे, कला संचालक राजीव मिश्रा, उच्च शिक्षा संचालक डॉ. धनराज माने, तंत्रशिक्षा संचालक डॉ. अभय वाघ, ग्रंथालय संचालक डॉ. शालीनी इंगोले, सहसचिव दत्तात्रय कहार, उपसचिव अजीत बावीस्कर, कुलसचिव तुषार देशमुख आदि उपस्थित थे.
इस अवसर पर मंत्री उदय सामंत ने कहा कि, विद्यार्थी, पालक, प्राध्यापक, शिक्षकेत्तर कर्मचारी व विद्यापीठ कर्मचारी संवर्ग के मसले विभिन्न स्तरों पर प्रलंबित रहते है. जिसका निराकरण करने हेतु सीधे उन तक पहुंचकर समस्याओं को हल करने के लिए यह उपक्रम राज्य के सभी विद्यापीठों में आयोजीत किया जा रहा है. साथ ही शिक्षा क्षेत्र को मजबूत करने के लिए एवं सभी घटकों को न्याय दिलाने के लिए प्रशासन को लोकाभिमुख किया जा रहा है. इस जरिये विशेष तौर पर अनुकंपा तत्व के नियुक्ति मामलोें को बडे पैमाने पर हल किया जा रहा है. साथ ही सातवे वेतन आयोग व वेतन देयक से संबंधित शिकायतों को दूर किया गया है. जिसके तहत अमरावती में एक दिन के दौरान 300 से अधिक तथा अब तक 4 हजार से अधिक शिकायतों का निवारण किया गया है. किंतु इतने पर ही नहीं रूकते हुए इस उपक्रम को जिलास्तर तक पहुंचाने का प्रयास किया जायेगा. जिसके लिए सहसंचालक कार्यालय द्वारा आगे बढकर प्रयास किया जाये और प्रत्येक जिले में हर दो माह के दौरान ऐसे शिविर आयोजीत किये जाये.
इस उपक्रम के बाद मंत्री उदय सामंत ने विद्यार्थियों व प्राध्यापकों सहित शिक्षा संस्था संचालकों से संवाद साधा और उनकी समस्याओं को सुनते हुए कहा कि, कोरोना काल के दौरान आर्थिक दिक्कतों सहित कई संकटों का सामना करना पडा है. किंतु सरकार द्वारा सभी समस्याओं व दिक्कतों को हल करने का पूरा प्रयास किया जा रहा है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि, कोविड संक्रमण की घटती रफ्तार के मद्देनजर अब राज्य में जल्द ही सभी महाविद्यालयों को खोल दिया जायेगा. इस कार्यक्रम में प्रास्ताविक व संचालन कुलसचिव डॉ. तुषार देशमुख ने किया.

Related Articles

Back to top button