अमरावती

अतिक्रमण हटाओ कार्रवाई का असर, इमारतें खंडहर में तब्दील

चांदूर बाजार के व्यापारी चिंता में, बेरोजगारी का संकट

चांदूर बाजार /दि. २१- चांदूर बाजार शहर में जयस्तंभ चौक से साई मंदिर परिसर तक भूकंप सद़ृश्य स्थिति देखी जा रही है. महामार्ग के १५-१५ मीटर क्षेत्र में आने वाले यह इमारतें ३ दिनों तक चली अतिक्रमण हटाओ कार्रवाई के चलते खंडहर में तब्दील हो गई है. कुछ इमारतें आधी तो कुछ पूर्णत: ध्वस्त कर दी गई. अर्धशतक पूर्व निर्माण की गई इमारतों का अतिक्रमण तोड़ दिया गया है. तोडू कार्रवाई के कारण व्यावसायिक इमारतों के पुन: निर्माण के लिए कम से कम ३ माह का समय लगने की संभावना है. जिससे इस दौरान लगभग २६ दुकानदारों का व्यवसाय अगले ३ महीने तक छीन गया है. इसके पूर्व महामार्ग विभाग को महामार्ग से सटे रास्तों पर नाली निर्माण का काम तुरंत शुरू करना होगा. अपनी इमारतों के पुर्ननिर्माण व ठप पडे व्यवसाय को पुनर्जीवित करने के लिए व्यापारियों को यह खर्च वहन करने के लिए विवश होना पडेगा. जिसके कारण क्षतिग्रस्त व्यापारियों में चिंता देखी जा रही है. शासन-प्रशासन से सहानुभूति के तौर पर आर्थिक मदद करने की मांग भी जोर पकड़ रही है. मोर्शी-अचलपुर यह ३५३ राष्ट्रीय महामार्ग का कार्य चांदूर बाजार शहर में जयस्तंभ चौक तक निपटा है. जयस्तंभ से परतवाडा रोड पर पुलिया तक महामार्ग का निर्माण कार्य करना है. एक वर्ष पूर्व चांदूर बाजार शहर के ७१ संपत्ति धारकों को महामार्ग के १५-१५ मीटर क्षेत्र में आने वाली इमारतों का अतिक्रमण हटाने के लिए नगर परिषद की ओर से नोटिस दी गई थी.
हाईकोर्ट में याचिका खारिज
जिसके अनुसार परतवाडा रोड से साई मंदिर परिसर में निवासी व दुकानदारों ने स्वखर्च से स्वयंस्फूर्त होकर अपनी इमारतों का अतिक्रमण हटाकर प्रशासन को सहयोग किया. साई मंदिर से जयस्तंभ चौक तक स्थित दुकानदारों ने संबंधित विभाग को अपनी संपत्ति के मूल दस्तावेज प्रस्तुत कर यह अतिक्रमण नहीं होने का दावा किया. जिसके बाद भी महामार्ग के लिए जगह आवश्यक है तो इसका मुआवजा देने की मांग संबंधित संपत्ति धारकों ने जिला प्रशासन से की, लेकिन इस मामले में जिला प्रशासन ने कोई प्रतिसाद नहीं दिया. जिससे संबंधित संपत्ति धारकों ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया. दोनों पक्षों को सुनने के बाद हाईकोर्ट ने संपत्ति धारकों की याचिका खारिज कर दी.इस प्रक्रिया में चांदूर बाजार शहर के मुख्य मार्ग का काम एक वर्ष से अधिक समय से ठप पडा है. इस अवधि में साई मंदिर से परतवाडा मार्ग के दोनों ओर कांक्रीटीकरण व नाली का काम पूर्ण किया गया.
आर्थिक सहायता देने की मांग
दुकानों का पुर्न निर्माण होने तक व्यवसाय ठप रहेगा. इसमें हकीमी हार्डवेयर की तीन मंजिला इमारत के ग्राउंड फ्लोअर की दुकान, उपरी मंजिल में स्थित निवास और तीसरी मंजिल छत समेत संपूर्ण निर्माण कार्य ढहा दिया गया है. उनका यह निर्माण कार्य लगातार दूसरी बार तोडा गया है. इसके पूर्व सडक चौडाईकरण के लिए उनकी इमारत का दर्शनीय हिस्सा एक मीटर तक तोड़ दिया गया था. कुल मिलाकर इस अतिक्रमण कार्रवाई के चलते सभी २६ दुकानदारों पर पुर्न निर्माण तक वैकल्पिक जगह खोजने, निर्माण कार्य करने और इस बीच अपने परिवार के आजीविका की जिम्मेदारी आन पडी है. जिसके कारण पुनर्निर्माण के लिए अधिकांश दुकानदारों ने शासन- प्रशासन से आर्थिक सहायता देने की मांग की है.

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