मधुमेह और हृदयरोग की दवाओं पर जीएसटी हटाएं
केमिस्ट असो. अध्यक्ष सौरभ मालानी का कहना
अमरावती/ दि. 23- केमिस्ट असो. के अध्यक्ष सौरभ मालानी ने निर्मला सीतारामण के अर्थसंकल्प से मुख्य रूप से मधुमेह तथा हृदयरोग की दवाईयों से जीएसटी पूर्ण रूप से हटा देने की अपेक्षा आमजनों को राहत देने व्यक्त की है. अमरावती मंडल से अर्थसंकल्प से अपेक्षाए विषय पर चर्चा दौरान मालाणी ने कहा कि सामान्य दवाओं पर सरकार ने 12 प्रतिशत की बडी दर से जीएसटी लागू कर रखा है. जीएसटी से सरकार को काफी कमाई हो रही है. सरकार प्रगति के कार्य भी बेशक अच्छी रफ्तार से कर रही. किंतु देश में मधुमेह तथा दिल की बीमारी के रूग्णों की संख्या बढ रही है. इनकी दवाओं की खपत भी बढी है. मगर जीएसटी 12 प्रतिशत है. मरीजों की संख्या इतनी है कि पूरे फार्मा बाजार का 20 प्रतिशत हिस्सा ऐसी दवाईयों से ही हैं. इस कारण बडे प्रमाण में आम नागरिको को राहत देने के लिए सरकार को कार्डियक और डायबिटिज की दवाओं को सस्ता करना चाहिए. इनसे जीएसटी पूर्ण रूप से हटा देना चाहिए. आज के दौर में अनेक लोगों को इन्सुलिन और कॉर्डियक की दवाएं लेनी पडती है. गरीब मरीजों को नियमित दवााओं पर काफी खर्च करना पडता है.
दूसरे सौरंभ मालानी ने यह भी कहा कि जीएसटी से राजस्व संग्रह अच्छा खासा हो रहा है. इसलिए इसे और सरल बनाना चाहिए. जितनी आसान प्रक्रिया होगी . उतने अधिक व्यापारी इससे जुडेंगे, पंजीयन करवायेेंगे. व्यापारियों की संख्या बढने से निश्चित ही राजस्व बढेगा. केमिस्ट असो. के अध्यक्ष मालाणी ने राष्ट्रपति द्बारा महिलाओं को स्टार्ट अप हेतु 50 लाख के लोन की घोषणा की गई हैं. यह स्वागतयोग्य है. वित्त मंत्री सीतारामण से भी अपेक्षा है कि आयकर छूट सीमा बढाए. महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना है तो उन्हें आयकर में दो लाख रूपए अधिक छूट देनी चाहिए. मालाणी ने अपेक्षा जताई कि इस बार बजट बढिया रहेगा.