अमरावती दि. 7 – महाराष्ट्र शासन ने अमरावती के लघुउद्योग विकास मंडल के विदर्भ के कार्यालय बंद करने का लिया निर्णय काफी दुखद है. विदर्भ पर लगातार अन्याय किया जा रहा है. विदर्भ का अन्याय दूर करें, ऐसी मांग को लेकर विदर्भ राज्य आंदोलन समिति ने आज जिला कचहरी के सामने धरना आंदोलन किया.
उन्होंने आंदोलन के दौरान जिलाधिकारी को सौंपे ज्ञापन में कहा है कि यह निर्णय विदर्भ के लघु उद्योग करने वाले उद्योजक, उनके कर्मचारी पर जानबुझकर अन्याय किया जा रहा है. विदर्भ राज्य आंदोलन समिति विदर्भ पर लगातार अन्याय शुरु रखने वाली सरकार की भूमिका का निषेध करती है. इस आंदोलन में समिति के अध्यक्ष पूर्व विधायक एड.वामनराव चटप, अरुण केदार, रंजना मामर्डे, मुकेश मासुरकर, प्रभाकर कोंडबत्तुरवार, राजेंद्र आगरकर, कृष्णराव भोंगाडे, गजानन अहेमदाबादकर, सुरेश जोगले, एड.सुरेश वानखडे, तेजराव मुंडे, दामोधर शर्मा, दिलीप भोयर, प्रकाश लढ्ढा, डॉ.विजय कुबडे, डॉ.विठ्ठल घाडगे, तारा बावस्कर, सरला सपकाल, सतिश प्रेमलवार, सुनील साबले, सतिश देशमुख, रियाज खान, प्रा.हेमंत मुदलीयार, प्रा.प्रवीण विधले, अरविंद तायडे, विजय मोहोड, अनिल वानखडे, श्यामबाबू आठवले, सत्यप्रकाश गुप्ता, नागेश डोरलीकर, दिलीप ठाकरे, अबरारभाई, साहेबराव इंगले, अरुण साकुरे, अरविंद तायडे, आशिष देशमुख, अमोल भिसेकर, सुभाष धोटे, गणेश कुसराम, लक्ष्मण वानखडे, कौवे, अशोक हांडे, नंदकुमार देशमुख, दिनेश ढक्स, विलास धांडे, अमोल कंटाले, आर.के.सराटे, संजय हिंग, अमरसिंह ठाकुर, अंकित सहारे, अमोल बागडे, सुनील साबले आदि उपस्थित थे.