परतवाड़ा/अचलपुर दी. २४ -:जुड़वाशहर के सभी ख्यातनाम जौहरी और आभूषण विक्रेताओं द्वारा केंद्र सरकार की ओर से लागू की गई हॉलमार्किंग एचयूआयडी नियमो के इंस्पेक्टर राज को खत्म करने के लिए केंद्रीय उपभोक्ता मंत्रालय को निवेदन प्रेषित किया है.अचलपुर तहसील सराफा एसोसिएशन के सभी पदाधिकारी व सदस्यों ने केंद्र के इस नए नियम का स्वागत जरूर किया लेकिन नियम में दिए गए प्रावधान के कारण हर जगह इंस्पेक्टर राज का बोलबाला होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है.इसलिए उक्त नियम-कानून पर पुनर्विचार कर उसे नये जामा की अपेक्षा व्यक्त की जा रही है.अचलपुर सराफा व्यापारी असोसिएशन के अध्यक्ष,उपाध्यक्ष सुरेश अटलानी(एक़ता आभूषण),दिवाकर किटुकले,नीलेश मांडले,सुपार्श डागा (कोषाध्यक्ष), अमित भंसाली,प्रमोद मोलेकर,शैलेन्द्र अग्रवाल,राम ककरानिया,राहुल काशीकर,श्रीकांत रावत,दक्षता विजिलेंस कमेटी के विलास गोगटे,संजीवकुमार डागा, प्रकाश चेडे, राजेश अग्रवाल (बैंकवाले), देवराज मानेकर पथ्रोट,सुभाष भंसाली,ज्ञानेश्वर आदि सभी मान्यवर उपविभागीय कार्यालय पहुंचे.उन्होंने अपनी समस्या से एसडीओ महोदय को अवगत कराया.एसडीओ को निवेदन सौपते हुए सराफा व्यापारियों ने भारतीय मानक ब्यूरो की अनिवार्य हॉलमार्किंग एचयूआयडी प्रक्रिया को सरल-सुलभ बनाने की मांग रखी.
सराफा प्रतिनिधिमंडल ने कहा है कि हॉलमार्किंग यूनिक आईडी का निषेध करने के लिए देशभर के आभूषण रत्न पारखियों ने निषेध करने के लिए 23 अगस्त को राष्ट्रव्यापी आंदोलन घोषित किया है.उसी परिप्रेक्ष्य में अचलपुर में भी यह किया जा रहा है.इस एक दिवसीय आंदोलन में रत्न और स्वर्ण उद्योग के चार झोन का प्रतिनिधित्व करते करीब 350 महासंघ ने मिलकर कार्यदल की स्थापना की है.इस ज़मीति का उद्देश्य अनिवार्य हॉलमार्किंग को सुरक्षित अमल करना रखा गया है.इस दल की अभी तक 10 मीटिंग हो चुकी है.बीआईएस अथवा एचयूआयडी रद्द करने के लिए पत्र दिए जा चुके है.पिछले तीन माह से सोना चांदी व्यापारी उक्त कानून रद्द होने की प्रतीक्षा कर रहे है.इसका अभी तक कोई समाधान नहीं होने से भविष्य में स्वर्ण व्यवसाय पर खतरा मंडराने लगेगा.सभी सराफा व्यवसायी हॉलमार्किंग का स्वागत करते है लेकिन एचयूआयडी का नही, ऐसा कहा गया है.एचयूआयडी की यह प्रक्रिया बुलियन,थोक,फुटकर और ग्राहक के लिए वेदनादायी साबित होंगी.पंजीयन रद्द करना,दंडात्मक कार्यवाही,व्यवस्था,प्रतिशोध और जब्ती जैसे अधिकार से बाजार पर प्रतिकूल परिणाम पड़ेंगे.इंस्पेक्टर राज के चलते सराफा व्यापारियों को काफी दबाव में काएम करना होंगा.इसलिए आज यह कामबंद आंदोलन किया गया ताकि इस मनमानी का निषेध किया जा सके.