* बीमा कंपनी, पुनर्वसित गांव के चराई क्षेत्र का रखा मुद्दा
धामणगांव रेलवे/दि.2-बैंक ने किसानों के खाते पर होल्ड लगाने से निराधार योजना, प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना की रकम किसान निकाल नहीं पाते. जिसके कारण अस्पताल, विवार व अन्य महत्वपूर्ण कामों के लिए किसानों को साहूकार से कर्ज लेने की नौबत आ गई है. बैंक खाते पर लगाया गया होल्ड तुरंत निकालने के निर्देश सरकार को देना चाहिए, यह मांग विधायक प्रताप अडसड ने विधान सभा में की. इस दौरान उन्होंने बीमा कंपनी की गडबडी, पुनर्वसित गांव के चराई क्षेत्र का मुद्दा भी अधिवेशन में रखा.
केंद्र और राज्य सरकार की ओर से प्रत्येकी 6 हजार रुपए का अनुदान दिया जाता है, तथा अन्य योजना का भी अनुदान बैंक खाता में जमा होता है. लेकिन बैंक ने किसानों के खाते को होल्ड करने से किसानों को परेशानी हो रही है. एक ओर खरीफ सीजन में किसानों को पैसों की जरूरत है, वहीं दूसरी ओर राष्ट्रीयकृत बैंक किसानों के सामने दिक्कतें ला रही है. इस गंभीर विषय की ओर राज्य सरकार ने ध्यान देकर होल्ड हटाने के निर्देश देने की मांग विधानसभा के अधिवेशन में विधायक प्रताप अडसड ने की. किसानों की फसल का फसल बीमा एक रुपए में निकालने का निर्णय सरकार ने लिया है. जिसे किसानों ने भारी प्रतिसाद दिया. लेकिन बीमा कंपनी ने पटवारी, कृषि अधिकारी के हस्ताक्षर न लेकर सर्वेक्षण किया. आसपास के परिसर के किसानों को बीमा कंपनी का लाभ मिला, लेकर दो खेती के बीच में रहने वाले किसानों को इस योजना का लाभ मिला नहीं. सरकार ने बीमा कंपनी को वंचित किसानों को लाभ लेने के आदेश देने की मांग विधायक अडसड ने की. निर्वाचित क्षेत्र के कई गांवों का पुनर्वास कुछ साल पूर्व किया गया. इन गांव में गोधन बडी संख्या में है, लेकिन उस समय उन्हें चराई क्षेत्र के लिए जगह उपलब्ध नहीं करवाई गई. इसलिए यहां चराई क्षेत्र नहीं है. ई क्लास की जमीन गांव से सटकर नहीं है. इसलिए सरकार ने अन्य जमीन भूसंपादित कर चराई क्षेत्र के लिए जमीन उपलब्ध करवाने की मांग विधान सभा के अधिवेशन में विधायक प्रताप अडसड ने की.