अपने अंदर मौजूद इल्म को जिंदगी में उतारकर दुसरों तक पहुंचाएं
इज्तेमा के दुसरे दिन मौलाना इब्राहिम देवला ने की तश्कीली बात
* इज्तेमागाह से लाईव : शाहबाज खान/माजीद इकबाल/बशीर पटेल
अमरावती/दि.3 – स्थानीय नवसारी-वलगांव मार्ग पर ऑर्चिड इंटरनेशनल स्कूल के पास चल रहे 3 दिवसीय तब्लीगी इज्तेमा के दूसरे दिन मौलाना इब्राहिम देवला ने समूचे संभाग से जुटे इज्तेमाईयों के साथ तश्कीली बात करते हुए अपने अंदर मौजूद इल्म को अपनी जिंदगी मे उतार कर दूसरो तक इसको पहुंचाए इस बात पर रहनुमाई की. साथ ही उन्होंने 3 दिवसीय इज्तेमा में शामिल उलेमा-ए-कराम की जमात और सभी इस्तेमाईयों से अपने-अपने इलाकों में मजहबे इस्लाम की दावत पेश करने व खुद दीन व मजहब के रास्ते पर चलते हुए दूसरों के लिए मिसाल पेश करने की बात कही.
दीनी तबलीगी इज्तेमा के दूसरे दिन सबसे पहले फजर की नमाज के बाद मौलाना इस्माइल साहब ने मजमे को खिताब किया. वहीं जोहर की नमाज के बाद मौलाना अल्ताफ साहब, असर की नमाज के बाद मौलाना उस्मान साहब और मगरिब की नमाज के बाद मौलाना इब्राहिम साहब ने तश्कीली बात की. इसी दौरान आज सुबह 10 बजे उलामाओ की सरपरस्ती और रहनुमाई के बीच स्थानीय सितारा पैलेस मे मौलाना इब्राहिम देवला साहब ने बयान दिया. जिसमें संभाग के अलग-अलग जिलों से आये उलेमा-ए-कराम को दीन व मजहब के बारे मेें दावत पेश करने के लिए मार्गदर्शन किया गया. इसके साथ ही इज्तेमा में आए जिन लोगों ने इससे पूर्व अपनी जिंदगी मे, एक साल, चार महीने या चालीस दिन का वक्त जमात मे दीन की दावत के लिए लगा दिया है. ऐसे हजरात से जोहर की नमाज के बाद मौलाना लाट साहब ने विशेष तौर पर खिताब किया और उन्हे पाक परवरदिगार के रास्ते मे चलने के बाद भी किस तरह उस रास्ते मे मिली शिक्षा पर कायम रहना इस बात पर मार्गदर्शन किया.
* निकाह को आसान बनाएं
– मौलाना उस्मान साहब
आज असर की नमाज के बाद इज्तेमाई निकाह (सामूहिक विवाह) किए गए. इस समय निकाह से पूर्व मौलाना उस्मान साहब ने निकाह को आसान बनाने की बात कही. उन्होंने अपनी तकरीर के दौरान फरमाया कि, आजकल निकाह मे फिजूल खर्च करना आम होता जा रहा है, जिसके कारण आर्थिक स्थिति से कमजोर लोगो के लिए अपनी बेटियों की शादियां करना एक चुनौती बनता जा रहा है. नाम व शौकत के नाम पर लाखो रुपए निकाह के दौरान खर्च किए जा रहे है जिसकी इजाजत इस्लाम धर्म बिल्कुल नही देता. अत: सभी लोगों ने बेहद साधे व सामान्य तरीके से निकाह की रस्म को पूरा करना चाहिए और निकाह को आसान बनाना चाहिए.
* आरजी बाजार मे सजी दुकानें
इज्तेमागाह से लग कर बाजार मे विविध प्रकार के चीजों की दुकानें सज गई है. इनमे मेवे, हलवा, मिठाइयां, गर्म कपडे सहित अन्य नई नई चीजों की दुकानें सजी है, जहां पर स्वादिष्ट व्यंजनों का लुत्फ लेने के साथ ही अपनी जरुरत का साजो सामान खरीदने के लिए इज्तेमाईयों की अच्छी खासी चहल-पहल व भीडभाड देखी जा रही है.
* टेंकरी से पहुंचाया जा रहा पानी
हजारों के मजमे मे वजू, नहाने और अन्य कामो के लिए हजारों लीटर पानी का उपयोग रोजाना हो रहा है. जिसके चलते इज्तेमागाह में टैंकर के जरिए से खिदमत करनेवाले रोजाना हजारों लीटर पानी पहुंचाने का काम कर रहे है. ताकि इज्तेमाईयों को किसी भी तरह की कोई दिक्कत का सामना न करना पडे.
* नाममात्र शुल्क मे शाकाहारी भोजन
इज्तेमागाह मे मुफ्त चाय, नाश्ते की सबिलो के साथ साथ दोनो समय के लिए नाममात्र शुल्क मे हजारे इजतेमाइयों के भोजन की व्यवस्था की गई है. जिसके तहत यहां पर कुल 8 फूड झोन बनाए गए है और सभी फूड झोन में इज्तेमाईयों को दाल-चावल, खिचडी, तेहरी व वेज बिरयानी जैसे शुद्ध शाकाहारी भोजन पदार्थ उपलब्ध कराए जा रहे है.
* कल होगा समापन, 70 हजार लोग जुटेंगे
2 से 4 दिसंबर तक आयोजित इस 3 दिवसीय इज्तेमा का कल रविवार 4 दिसंबर को सुबह 11 बजे सामूहिक रुप से दुआ अदा किये जाने के बाद समापन होगा तथा इज्तेमागाह पर दोपहर में असर की नमाज अदा करने के बाद सभी इज्तेमाई एक-दूसरे से विदा लेंगे. कल सुबह फजर की नमाज के बाद मौलाना मेहमूद खान (अमरावती) तथा सुबह 10 बजे मौलाना फरीद द्बारा बयान दिये जाएंगे. पश्चात सुबह 11 बजे मौलाना इब्राहिम द्बारा इज्तेमाई दुआ पढाई जाएगी. इस सामूहिक दुआ में करीब 70 हजार लोगों के एकसाथ उपस्थित रहने का अनुमान इंतजामिया कमिटी द्बारा जताया गया है. यह सामूहिक दुआ पढने का सिलसिला दोपहर करीब 12 बजे तक चलेगा. जिसके बाद इज्तेमागाह पर जोहर व असर की नमाज अदा होगी और असर की नमाज के बाद इज्तेमागाह का आयोजन अधिकाधिक रुप से अपने अंजाम पर पहुंचकर खत्म होगा. जिसके चलते असर की नमाज के बाद सभी इज्तेमाई अपने-अपने शहरों के लिए रवाना होंगे.