जारिदा आश्रम शाला के विवादित अधिक्षक को पद से हटाए
बिरसा क्रांतिदल की उपजिलाधिकारी व आदिवासी विकास प्रकल्प अधिकारी से मांग

धारणी/ दि. 3- मेलघाट के चिखलदरा तहसील में दुर्गम क्षेत्र में रहने वाले जारिदा आश्रम शाला में कार्यरत विवादित अधिक्षक राहुल काणे को तत्काल पद से हटाया जाए, ऐसी मांग को लेकर बिरसा क्रांति दल ने उपजिलाधिकारी तथा आदिवासी विकास प्रकल्प अधिकारी को ज्ञापन सौंपा.
सौंपे ज्ञापन में उन्होंने कहा है कि, इससे पहले दो आश्रम शाला में गलत बर्ताव किया, जिसके कारण विवादित अधिक्षक को वहां से भगाये जाने की जानकारी है. धारणी राष्ट्रवादी कांग्रेस महिला तहसील अध्यक्ष दुर्गा बिसंदरे के नेतृत्व में चिखलदरा कार्याध्यक्ष निलेश उईके, तहसील अध्यक्ष नितीन वरखडे, महेश उईके, युवा स्वाभिमान तहसील अध्यक्ष दुर्योधन जावरकर आदि कार्यकर्ता उपस्थित थे. शासकीय आश्रम शाला जारिदा के कुछ विद्यार्थियों ने बिरसा क्रांति दल के समक्ष अपनी समस्याएं प्रस्तुत की थी. इसके बाद मुख्याध्यापक के पास गए. इसपर इस समस्या के बारे में अधिक्षक को जानकारी होने की बात बताई. जब अधिकक्षक ेके पास पहुंचे तो उन्होंने जानकारी नहीं देते तो मेरे अधिकारी हो क्या? मैं कुछ नहीं बताउंगा, तुम से जो हो सकता है कर लो, ऐसा अभद्र व्यवहार कर अपमानित किया. अधिक्षक राहुल काणे पुलिस थाने में झूठी शिकायत देता है. साथ ही एट्रासिटी एक्ट जैसे अपराध दर्ज कराने की धमकी देता है. कहता है कि वह अमरावती का रहने वाला है, गुंडे लाकर हत्या करा देगा. शिक्षा जैसे क्षेत्र में जुडे होने के बाद भी गुंडे जैसी बाते करते है. उनकी सारी हरकतों को देखते हुए तत्काल अधिक्षक पद से हटाया जाए, ऐसी मांग भी इस समय की गई.