विख्यात होमिओपैथ डॉ. तापडिया नहीं रहे
8 दिन से नागपुर के अस्पताल में थे भर्ती

* आज तडके 3 बजे ली अंतिम सांस
* शाम 5.30 बजे निकली अंतिम यात्रा
* मोक्षधाम में हुआ अंतिम संस्कार
अमरावती /दि. 11- शहर के विख्यात होमिओपैथ डॉ. रामगोपाल धनराजजी तापडिया का आज तडके 3 बजे 73 वर्ष की आयु में निधन हो गया. डॉ. तापडिया विगत कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे. जिसके चलते उन्हें विगत 8 दिनों से नागपुर के एक अस्पताल में भर्ती रखा गया था. जहां पर उन्होंने आज तडके 3 बजे अपनी अंतिम सांस ली. जिसके उपरांत आज सुबह 10 बजे उनके पार्थिव को नागपुर से अमरावती लाया गया तथा न्यू स्वस्तिक नगर के पीछे पानी की टाकी के पास स्थित उनके निवासस्थान 50, गणेश विहार से उनकी अंतिम यात्रा निकालते हुए हिंदू मोक्षधाम में उनके पार्थिव पर अंतिम संस्कार किए गए. डॉ. तापडिया अपने पश्चात एक पुत्र व दो पुत्रियों सहित नाती-पोतों से भरापूरा परिवार छोड गए है.
बता दें कि, 4 दिसंबर 1953 को जन्मे डॉ. तापडिया की प्रारंभिक शिक्षा-दीक्षा अमरावती के न्यू हाईस्कूल मेन शाला में हुई थी. पश्चात उन्होंने बडनेरा रोड स्थित जवाहरलाल नेहरु होमिओपैथिक महाविद्यालय से होमिओपैथ चिकित्सा पद्धति की शिक्षा प्राप्त की. जिसके उपरांत डॉ. तापडिया ने वर्ष 1974 से होमिओपैथ चिकित्सक के तौर पर अपनी प्रैक्टिस शुरु की. इसी दौरान 29 जून 1975 को डॉ. रामगोपाल तापडिया का विवाह तारादेवी से हुआ था तथा तापडिया दंपति को दो पुत्रियां व एक पुत्ररत्न की प्राप्ती हुई थी. अपने प्रारंभिक दौर में डॉ. तापडिया ने प्रभात टॉकीज के पीछे अपना होमिओपैथिक दवाखाना शुरु किया था. पश्चात उन्होंने मुधोलकर पेठ में अपना अस्पताल स्थापित किया, जहां पर वे अपने बेटे डॉ. सारंग तापडिया के साथ प्रैक्टिस किया करते थे. विशेष उल्लेखनीय है कि, अमरावती शहर सहित जिले में होमिओपैथिक चिकित्सा पद्धति को प्रतिष्ठित रुप से स्थापित व प्रचलित करने का श्रेय हासिल रखनेवाले डॉ. रामगोपाल तापडिया को राजापेठ में श्री तखतमल श्रीवल्लभ चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा स्थापित तखतमल होमिओपैथिक कॉलेज के प्राचार्य पद का भी जिम्मा प्राप्त हुआ था तथा उनके मार्गदर्शन में हजारों युवाओं ने होमिओपैथ चिकित्सक के तौर पर पदवी प्राप्त की. जिसके चलते डॉ. रामगोपाल तापडिया को अमरावती शहर में होमिओपैथ चिकित्सा पद्धति का पितामह भी कहा जाता था. होमिओपैथ प्रैक्टिस में जाना-पहचाना नाम रहनेवाले डॉ. रामगोपाल तापडिया कई अवॉर्ड व पुरस्कारों से भी सम्मानित हो चुके थे. आज सुबह उनके निधन की खबर के सामने आते ही शहर में शोक की लहर व्याप्त हो गई तथा विभिन्न क्षेत्रों से वास्ता रखनेवाले गणमान्यों ने डॉ. तापडिया के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए उनके अवसान को शहर सहित जिले के लिए अपूरनीय क्षति बताया.