शीत पेयों की दुकानों का भाडा चढा आंग पर, इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं की विक्री पर भी असर
बढ गया विवाह आयोजनों का खर्च

* अनेक के बजट गडबडायें
* मानसून की जल्दी एन्ट्री के साइड इफेक्ट
अमरावती/ दि. 28 – मानसून की अनपेक्षित और जल्दी एन्ट्री के साइड इफेक्ट से सभी प्रकार के मार्केट कराह रहे हैं. आइस्क्रीम, शीतपेयों से लेकर इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं फ्रीज, एसी, कूलर्स की विक्री पर बडा असर बताया जा रहा है. पखवाडे भर पहले रोज 25 एसी की डिलेवरी हो रही थी. जो अब लगभग 5-10 पर आ जाने की जानकारी एक डीलर ने दी. उधर बारिश के कारण विवाह और अन्य समारोह के आयोजनों पर भी बुरा असर पडा है. विवाह आयोजनों का बजट गडबडा गया है. बारिश के कारण देशज से लेकर विदेशी फूलों का मार्केट भी सहम गया है.
* विवाह समारोह प्रभावित
भारत में लग्नसरा का सीजन महत्वपूर्ण रहता है. देश की अर्थव्यवस्था बडे प्रमाण में लंबे लग्नसरा सीजन पर आधारित मानी जाती है. भारतीय विवाह परंपरा में भी आभूषणों से लेकर कपडे लत्ते और सजावट की वस्तुओं सहित खान पान पर बडा खर्च किया जाता है. इस बार मई माह में ही बारिश की एन्ट्री हो जाने से सर्वाधिक असर विवाह समारोह के आयोजनों पर होने की जानकारी एक रिसोर्ट संचालक ने दी. उन्होंने बताया कि गत 3 और 4 मई को उन्हें ऐन समय पर मैदान का खुले आसमान के नीचे का कार्यक्रम का स्थल बदलना पडा. इसके बाद थोडे अंतराल पश्चात आयोजित सभी समारोह में ऐसी ही दौडधूप करनी पडी. प्रांगण के कार्यक्रम सभागार में शिफ्ट करने पडे.
* वॉटर प्रुफ पंडाल डालने पडे
बारिश का मानो सीजन शुरू हो जाने की वजह से मई मासांत और जून प्रारंभ में होनेवाले सभी लग्नसरा और कार्यक्रम के लिए अब वॉटर प्रुफ पंडाल लगाने पड रहे हैं. जिससे खर्च बढ जाने की जानकारी एक पाठक ने दी. उन्होंने बताया कि उनके घर प्रसंग होेने से समय पर पंडाल की ऑर्डर बढानी पडी. जिससे मंडप डेकोरेटर को पैसे भी अधिक देने पड रहे हैं. वहीं एक डेकोरेटर ने बताया कि बत्ती गुल होेने के डर से आयोजक पहले ही जनरेटर की व्यवस्था कर रहे हैं. जिससे किराए पर जनरेटर की बुकिंग अच्छी मात्रा में हो रही है.
* मेन्यू भी बदलने पड रहे
बारिश की जल्द एन्ट्री से काफी कुछ प्रभावित होता दिखाई दे रहा है. एक पाठक ने बताया कि उनके यहां गृहप्रवेश का आयोजन था. जिसमें कैटरर की सलाह से आमरस और श्रीखंड का मेन्यू रखा गया था. बारिश को देखते हुए उसे बदलना पडा. अब गर्म जलेबी और इस तरह के पकवान रखने पड रहे हैं. शीतपेयों और आइस्क्रीम तथा कुल्फी की ऑर्डर रद्द कर गर्म मसाला दूध रखना पड रहा है. हमने अपने मेन्यू में आवश्यक चेंजेस करने की जानकारी देवरणकर नगर निवासी पाठक ने अमरावती मंडल को दी.
* ठंडी हुई एसी की सेल
घरेलू उपकरणों के बडे डीलर ने मान्य किया कि मई माह में पिछले साल की तुलना में इस बार कूलर्स और एसी की सेल पर असर पडा है. काफी यूनिट गोदाम में बचे हैं. अब इसके लिए त्यौहारी सीजन तक इंतजार करना पडेगा. उन्होंने यह भी कहा कि रोज 50 यूनिट की विक्री घट कर आधी रह गई है. जलवायु परिवर्तन का यह असर आगे के वर्षो में ध्यान में रखकर बिजनैस का नियोजन करने की बात उन्होंने कही.
* आइस्क्रीम लस्सी की सेल नदारद
गर्मी के तीन माह आइस्क्रीम लस्सी की भरपूर सेल अमरावती में सर्वत्र होती है. यह लोग अन्य राज्यों से आते हैं. किराए की दुकान लेकर अपना व्यवसाय करते हैं. उनकी भी विक्री पर असर पडा हैं. उधर आइस्क्रीम और शीतपेयों के डीलर्स सहित पानी का व्यवसाय करनेवाले भी मई माह की बारिश से प्रभावित हुए हैं. उनकी सेल पर बुरा असर पडा है, तथापि कुछ का कहना है कि उनकी ऑडर्स पहले के समान कायम है. लोग बारिश और ठंड में भी आइस्क्रीम का सेवन करते ही हैं.