अमरावती/दि.1 – शहर में किसी भी प्रकार की अनपेक्षित, अप्रिय घटना होने पर सुरक्षा उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी मनपा दमकल विभाग की है. लेकिन हाल ही में राज्य आपदा प्रबंधन विभाग की एक रिपोर्ट में अमरावती मनपा को फटकार लगाई गई है. रिपोर्ट में कहा गया है कि स्थानीय दमकल विभाग की क्षमताएं महानगरपालिका स्तर की है ही नहीं एवं मनपा दमकल विभाग की तैयारियां किसी भी बड़ी घटना से निपटने के लिए अपर्याप्त है. यह स्थिति तब है कि जब मनपा की ओर से पिछले तीन वर्ष में लगातार दमकल विभाग को आधुनिक बनाने का दावा किया गया.
महाराष्ट्र शासन के आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से कहा गया है कि इतने बड़े क्षेत्र में आग जैसी घटनाओं को नियंत्रित करने के लिए दमकल की कम से कम 18 बड़ी गाड़ियां होनी चाहिए. जबकि संकरे इलाकों में काम करने के लिए 12 छोटी गाड़ियों की आवश्यकता है. लेकिन चिंताजनक स्थिति यह है कि मनपा के पास बड़े और छोटे दोनों ही प्रकार के वाहनों की कुल संख्या मात्र 6 है.
इस व्यवस्था को असक्षम बताते हुए विभाग की ओर से कहा गया है कि आपको जल्द ही व्यवस्थाओं को बेहतर करना होगा. इसके अलावा फैक्ट्री या कारखाने में जहां पेट्रोलियम तथा गैस पर चलने वाले उपकरण मौजूद हो वहां पर किसी प्रकार की कोई घटना होने पर मनपा के पास शीघ्र प्रतिसाद देने वाले वाहनों की संख्या भी शहर की क्षमता के अनुसार काफी कम है. इसके अलावा मनपा के पास दो फायरबुलेट इक्विपमेंट उपलब्ध है, जो पूरी तरह से नाकाफी है.
आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से दमकल विभाग से यह भी पूछा गया है कि आप स्वयं बताये कि इतनी कम क्षमताओं के साथ बड़े शहरों में कैसे स्थिति को नियंत्रण में किया जा सकता है. मनपा ने मल्टीयूटीलिटी वैन खरीदने की जानकारी आपदा प्रबंधन विभाग को दी थी, लेकिन विभाग व्दारा आकलन किये जाने पर 2 करोड़ से अधिक की लागत से खरीदे गये इस अनोखे उपकरण को आपदा प्रबंधन विभाग ने सफेद हाथी करार देते हुए कहा है कि यह केवल शोभा की वस्तु से अधिक कुछ भी नहीं है. इसके जरिए किसी भी विपरीत परिस्थिति में कोई बेहतर काम नहीं किया जा सकता है.