बार-बार पेनकिलर लेने से बढता है अल्सर का खतरा
तुरंत आराम तो मिलता है, लेकिन दुरगामी परिणाम होते है खतरनाक
अमरावती/दि.04– अक्सर सिरदर्द अथवा बदनदर्द सहित किसी भी अन्य छोटी-मोटी शारीरिक तकलीफ होने पर तुरंत आराम व राहत मिलने हेतु मेडिकल स्टोअर पर जाकर पेनकिलर खरीदते हुए उसका सेवन करते है. इससे तत्कालीक तौर पर दर्द या तकलीफ से राहत तो मिल जाती है, लेकिन इसके दुरगामी परिणाम बेहद घातक हो सकते है. साथ ही बार-बार पेनकिलर का प्रयोग करने की वजह से अल्सर होने का खतरा भी बढ जाता है.
अमूमन सिरदर्द, पीठदर्द, कमरदर्द, हाथ-पैर व जोडों का दर्द तथा सर्दी, खांसी व बुखार होने पर लोगबाग किसी डॉक्टर के पास जाकर दिखाते हुए डॉक्टर की सलाह के अनुसार दवाई लेने की बजाय अपने ही मन से मेडिकल स्टोअर पर जाकर पेनकिलर खरीदकर लाते है और मनमाने ढंग से किसी भी पेनकिलर का सेवन करते है, ताकि डॉक्टर की फीस अदा करने से बचा जा सके. परंतु मनमाने ढंग से पेनकिलर का सेवन करने के चलते यद्यपि शारीरिक दर्द से थोडी देर बाद राहत मिलती महसूस होती है. परंतु आगे चलकर इसके दिर्घकालीन दुष्परिणाम हो सकते है. ऐसा स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है.
* अल्सर के प्रकार
– छोटी आंत का अल्सर
पेनकिलर के अतिसेवन से छोटी आंत का भीतरी हिस्सा कमजोर होता है. जिसकी वजह से छोटी आंत में अल्सर हो सकता है और छोटी आंत से रक्तस्त्राव भी हो सकता है.
– बडी आंत का अल्सर
बार-बार पेनकिलर का सेवन करने से बडी आंत में गैस्ट्रीक अल्सर विकसित होता है. वहीं छोटी आंत के पहले हिस्से में ड्यूओडेनल अल्सर विकसित होता है.
– अन्ननलिका का अल्सर
अल्सर हकीकत में एक वेदनादायी फोडे या फुन्सी की तरह होता है, जो पेट के भीतरी अस्तर पर अथवा छोटी आंत के भीतरी हिस्से पर तैयार होता है. साथ ही कई बार अन्ननलिका में भी अल्सर हो सकता है और कई लोगों के होंठ के भीतरी हिस्सें या मसूढे पर भी अल्सर हो सकता है.
* अल्सर का खतरा किसे?
पेनकिलर का अतिसेवन करने वाले लोगों में अल्सर होने का प्रमाण काफी तेजी से बढ रहा है. विशेषज्ञों ने दवाईयों के अतिप्रयोग की वजह से अल्सर के बढते मामलों पर अपनी चिंता व्यक्त की है.
* क्या सावधानी जरुरी?
स्वच्छ व ताजे अन्न तथा साफ-सूथरे पानी का सेवन करें, ज्यादा तेल, मसाले व मिर्ची वाले खाद्य पदार्थों का सेवन टाले, ताजे फल ककडी व तरबूज आदि का भरपूर सेवन करें.
* पेनकिलर का शरीर पर दुष्परिणाम
बार-बार पेनकिलर का सेवन करने से किडनी, लीवर व हृदय पर विपरित परिणाम पडता है. ऐसे में यदि किसी व्यक्ति द्बारा अपनी किसी भी शारीरिक तकलीफ या दर्द की वजह से नियमित तौर पर पेनकिलर का प्रयोग किया जा रहा है, तो इस आदत को तुरंत बंद करने की सलाह विशेषज्ञ डॉक्टरों द्बारा दी गई है.
* किसी भी तरह की कोई बीमारी अथवा शारीरिक तकलीफ होने पर विशेषज्ञ डॉक्टर से मिलकर उनकी सलाह के अनुसार ही दवाईयों का डोज लेना ज्यादा फायदेमंद रहता है. प्रत्येक व्यक्ति की शारीरिक बनावट व स्थिति तथा बीमारी अथवा दर्द के लक्षण अलग-अलग होते है. जिसे ध्यान में रखते हुए डॉक्टर द्बारा दवाई के डोज व मात्रा तय किए जाते है. वहीं अपने ही मन से किसी दवाई का सेवन करना खतरनाक भी साबित हो सकता है. क्योंकि हर दवाई के इफेक्ट होने के साथ-साथ कुछ साइड इफेक्ट भी होते है. जिसकी जानकारी आम व्यक्ति को नहीं होती. अत: अपने ही मन से किसी भी तरह के पेनकिलर अथवा दवा के सेवन को टालना चाहिए.
– डॉ. रवि भूषण,
फिजिशियन, जिला सामान्य अस्पताल.