अमरावती

बडनेरा के उन मृत मुर्गियों की रिपोर्ट निगेटीव

दत्तवाडी में 47 मुर्गियां मृत पायी गई था.

अमरावती प्रतिनिधि/दि.15 – पिछले सप्ताह बडनेरा के दत्तवाडी परिसर समेत शहर के अन्य छह जगह पर मुर्गियों के मरने की घटनाएं प्रकाश में आयी थी. अकेले दत्तवाडी परिसर में ही 47 मुर्गियां मृत पायी गई थी. वर्तमान स्थिति में बर्डफ्ल्यू की दहशत लोगों में रहने से यहां के पशुवैद्यकीय अस्पताल व्दारा उन मृत मुर्गियों के स्वैब पुणे स्थित प्रयोग शाला में भेजे गए थे. उसकी रिपोर्ट कल प्रशासन को प्राप्त हुई थी. मृत मुर्गियों की वैद्यकीय रिपोर्ट यह निगेटीव रहने की जानकारी मनपा अधिकारियों ने दी है. जिससे फिलहाल तो भी जिले में बर्डफ्ल्यू का डर न रहने की बात स्पष्ट हुई है. जुनीे बस्ती के दत्तवाडी परिसर में रहने वाले उमेश गुलरांगे, नलिनी भेंडर, गजानन कडव, अजय चोरआमले के यहां कुल 47 मुर्गियां मृत पडी थी. यह सभी मुर्गियों को सफेद शौच होने की बात उन्होंने कही थी. इन मुर्गियों के स्वैब लिये गए थे. यह सैम्पल पुणे स्थित पशुवैद्यकीय अस्पताल भेजे गए. कल गुरुवार को इसकी रिपोर्ट मिली है. रिपोर्ट में मुर्गियों की मौत बर्डफ्ल्यू से न होने की बात स्पष्ट हुई है. जिससे शहर व जिलावासियों को फिलहाल राहत मिली है. देश के कुछ राज्यों में मृत पाये गए पक्षियों में बर्डफ्ल्यू के लक्षण मिले है. अमरावती जिले में परप्रांत से पक्षियों की आयात करने तथा परप्रांत में निर्यात करने पर पाबंदी लगा दी गई है. 13 जनवरी को शहर के प्रबोधिनी में दो कबुतरों के साथ तीन पक्ष मृतावस्था में पाये गए.

  • 104 मांस विक्रेताओं को नोटीस

कोरोना संकट के बीच बर्ड फ्ल्यू के बढते खतरे को देखते हुए मनपा प्रशासन की ओर से शहर के 104 चिकन विक्रेताओं को नोटीस जारी की गई है. इसके जरिए संबंधित दुकानदारों को तत्काल प्रभाव से सुरक्षात्मक उपायों का पालन करने के आदेश दिये गए है.

  • अब तक 76 मुर्गियों की संदिग्ध मौत

मनपा क्षेत्र में अब तक 76 मुर्गियों की संदिग्ध मौत हुई है, लेकिन इनमें से किसी भी मामले में बर्ड फ्ल्यू की पुष्टी प्रशासन ने नहीं की है. प्रशासन की ओर से कुछ मृतक मुर्गियों के स्वैब के नमुने जांच के लिए भेजे गए थे. वे निगेटीव पाये गए फिर भी प्रशासन की ओर से आवश्यक सतर्कता बरतते हुए प्रतिबंधात्मक उपाय किये जा रहे है. साथ ही चिकन विक्रेताओं और आम जनता के लिए सूचनाएं जारी की गई है.

  • घुईखेड में आठ मुर्गियों की मौत

बर्ड फ्ल्यू के चलते समूचे राज्य में हडकंप मचा हुआ है किंतु अमरावती जिले में फिलहाल बर्ड फ्ल्यू की एन्ट्री न होने पर दावा किया है. किंतु दूसरी ओर इसका असर व्यापार पर दिखने लगा है. बडनेरा में मुर्गियों की मौत के बाद घुईखेड परिसर में आठ मुर्गियों की मौत से हडकंप मच गया है, लेकिन इन मुर्गियों की मौत का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं है. चांदूर रेलवे तहसील के घुईखेड में अज्ञात बीमारी से 8 मुर्गियों की मौत होने का मामला सामने आया है. जिसे लेकर नागरिकों में भय का माहौल दिखाई दिया. जानकारी के मुताबिक घुईखेड निवासी वंदना थाबर्डे के घर की चार मुर्गियां, फर्जानाबी के घर की दो मुर्गियां व अनिता नेवारे के घर की दो मुर्गियों की मौत हो गई. अमरावती जिले में बर्ड फ्ल्यू न होने के कारण अन्य बीमारियों से मौत होने से नकारा नहीं जा सकता. किंतु अचानक मुर्गियों की मौत से नागरिकों का नुकसान भी हो रहा है किंतु इसके लिए किसी भी तरह की दवाई अब तक घुईखेड के पशु वैद्यकीय अस्पताल में उपलब्ध नहीं है.

  • खतरा नहीं पर सतर्कता जरुरी

अमरावती जिले में मुर्गी पालन का व्यवसाय बडे स्तर पर किया जाता है. फिलहाल बर्ड फ्ल्यू का खतरा व्यापक नहीं है. अगर यह बीमारी मुर्गियों से इन्सानों में पहुंचती है तो खतरा बढ जाएगा क्योंकि बर्ड फ्ल्यू में मृत्युदर 60 प्रतिशत से ज्यादा है. अब तक बर्ड फ्ल्यू मामले से स्वस्थ्य होने वालों की तुलना में इस बीमारी से जान गवाने वालों की संख्या ज्यादा हो रही है. इसलिए प्रशासन की ओर से सतर्कता बरती जा रही है.
– डॉ.सचिन बोंद्रे, पशु शल्यचिकित्सक

Related Articles

Back to top button