अमरावती

आश्रमशाला में सेवाएं देते दिहाड़ी कर्मियों पर अन्याय

प्रकल्प कार्यालय के सामने आज से बेमियादी अनशन

परतवाड़ा/मेलघाट/दी ६-30 अप्रैल 2016 से पूर्व कार्यरत अनुभवी शिक्षकों को प्राथमिकता देकर आदेश दे और शैक्षणिक सत्र 2019-20 में कार्यरत कर्मचारियो को अप्रैल 2020 के बकाया मानधन अदा किया जाए.15से 20 वर्षो तक दिहाड़ी कर्मचारी के रूप में काम कर चुके सभी को स्थायी सेवा में शामिल करने की मांग को लेकर शासकीय आश्रमशाला के कर्मचारी आज सोमवार से प्रकल्प कार्यालय धारणी के सामने अनशन कर रहे है.
आदिवासी विकास विभाग की आश्रमशाला और छात्रावास में रिक्त पदों पर सेवाएं दे रहे श्रेणी तीन और चार के कर्मियों पर शासन द्वारा अन्याय किया जा रहा है.पिछले पंद्रह वर्षो से ये सभी अल्प मानधन पर पूरी जिम्मेदारी से अपने काम को अंजाम दे रहे है.इस कर्मचारियो को आज तक स्थायी नही किया गया है.इन सभी को अप्रैल 2020 के मानधन भी आज तक नही दिया गया.इसके लिए आज से अनशन करने की पूर्व सूचना प्रकल्प कार्यालय को दे दी गई थी.
कर्मचारियो ने बताया कि आश्रमशाला और छात्रावास में श्रेणी 3 और 4 के दिहाड़ी कर्मचारी है.कम मानधन पर ये कर्मी पूरी ईमानदारी से अपनी सेवाएं दे रहे है.वर्तमान में राज्यभर में पूरी क्षमता के साथ आश्रमशालाये व छात्रावास शुरू हो चुके है.धारणी छोड़कर राज्य के अन्य सभी प्रकल्प में अस्थायी शिक्षकों को शैक्षणिक सत्र2021-22 की तासिका के आदेश दिए गए है,लेकिन उक्त आदेश धारणी प्रकल्प को नही दिया गया.विद्यार्थियों का शैक्षणिक नुकसान न हो इसके लिए यह आदेश देना जरूरी है.शैक्षणिक सत्र2021-22में कुछ मुख्याध्यापकों ने अपनी मर्जी के लोगो को शाला में कार्यरत किया है.इसके विपरीत पूर्व कर्मियों पर अन्याय किया जा रहा है.जब तक पुराने अनुभवी लोग कार्यरत है,उन्हें ही प्राथमिकता दी जाए.इस आशय की मांग की जा रही है.इस बारे में प्रकल्प कार्यालय के अधिकारियों से संपर्क करने पर भी कोई कार्रवाई नही की गई.पहले ही कोरोना के कारण दो वर्षों से इन कर्मियों की आर्थिक स्थिति डगमगा चुकी है.इसलिए आश्रमशाला और छात्रावास के पूर्व कर्मचारियो के साथ न्याय किया जाए.इस पूरे मुद्दे पर कोई ठोस निर्णय न होने के कारण आज सोमवार से यह अनशन शुरू करने की जानकारी कर्मियों द्वारा दी गई है.कर्मचारी कृति समिति में राजेश धुर्वे,संतोष गावत्रे, मोहनलाल मावस्कर सहित असंख्य कर्मियों का समावेश है.
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