अमरावती

पार्सल के समय को लेकर रेस्टारेंट-होटल संचालकों में नाराजगी

समय बढाने के लिए जिला प्रशासन से लगाई गुहार

अमरावती/दि.8 – पिछले दो सप्ताह से जिले भर में कोरोना की पार्श्वभूमि पर लॉकडाउन लगा दिया गया था. जिसमें शनिवार से सभी प्रतिष्ठानों के साथ-साथ रेस्टारेंट व होटल व्यवसायियों को भी सुबह 9 बजे से 5 बजे तक अनुमति दी गई. किंतु रेस्टारेंट व होटल संचालकों को केवल पार्सल की ही अनुमति सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक जिला प्रशासन द्बारा दिए जाने पर सभी रेस्टारेंट व होटल व्यवसायियों ने अपनी नाराजगी जताई है.
रेस्टारेंट व होटल व्यवसायियों ने पार्सल का समय रात 11 बजे तक बढाने की गुहार जिला प्रशासन से लगाई है. इन व्यसायियों का कहना है कि, डिनर के समय में ही लोग पार्सल बुलाते है इस व्यवसाय से सैकडो लोग जुडे हुए है. जिसमें रात 11 बजे तक पार्सल देने की अनुमति सभी रेस्टारेंट व होटल व्यवसायियों को दी जाए.

कम से कम 10 बजे तक का हो समय

कोरोना को नियंत्रित करने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के दौरान होटल इंडस्ट्री ने प्रशासन का पूरा सहयोग किया है. नियमों का पूरी तरह पालन किया गया. लेकिन अब रेस्टारेंट व होटल में केवल पार्सल सुविधा वह भी दोपहर 5 बजे तक का निर्णय गलत है. रेस्टारेंट व होटल में कम से कम 30 से 50 प्रतिशत तक बैठक व्यवस्था की अनुमति व रात 10 बजे तक पार्सल सुविधा की अनुमति आवश्यक है. क्योंकि रात का भोजन दोपहर से ले जाना लोगों की सेहत के लिए उचित नही है, और न ही होटल व्यवसाय के लिए इस समय पूरी होटल इंडस्ट्री आर्थिक संकट में है. जबकि इस इंडस्ट्रीज पर हजारों परिवार निर्भर है. रात 8 बजे तक की अनुमति व बैठक व्यवस्था को लेकर हमारी एसोसिएशन के पदाधिकारी जल्द ही कलेक्टर से मिलकर चर्चा करेंगे.
– सारंग राउत, सचिव रेस्टारेंट व लाजिंग एसो.

50 प्रश उपस्थिती की देनी थी अनुमति

होटल रेस्टारेंट को केवल पार्सल की अनुमति कोई बडी राहत नहीं है. इस माध्यम से व्यवस्था पटरी पर नहीं आएगा. कम से कम रात 10 बजे तक 50 प्रतिशत उपस्थिती से अनुमति दी जाती, तो भी कुछ राहत मिलती. इस कोरोना लॉकडाउन के कारण होटल व्यवसायी बिते एक वर्ष से आर्थिक संकट स जुझ रहे है. कारिगरो की मजदूरी बैक के इस्टालमेंट बदस्तूर जारी है, लेकिन होटल रेस्टारेंट से आय ठप है.ऐसे मे कैसे गुजारा करें, यह प्रश्न है.
– नितिन कदम, होटल व्यवसायी

अनेक परिवारों पर संकट

होटल और रेस्टारेंट इंडस्ट्री सर्वाधिक रोजगार उपलब्ध कराने वाला क्षेत्र है. अनेक परिवारो के पेट इस क्षेत्र पर निर्भर है. लेकिन लॉकडाउन में होटल बंद होने से अनेक मजदूर परिवारो के साथ कई लोगों के वेतन, जीवनयापन की समस्या खडी हो गई है. कम से कम इनकी चिंता कर 50 प्रतिशत क्षमता से होटल खोलने की अनुमति दी जानी चाहिए.
– नितिन देशमुख, होटल संचालक

यथावत रखें पार्सल सेवा

पहले पार्सल सेवा का समय 11 बजे तक था. लेकिन अब शाम 5 बजे की अनुमति दी गई यह समझ से परे है. वर्तमान लॉकडाउन की परिस्थिती में अत्यावश्यक ड्यूटी में व्यस्त लोग, बीमार व्यक्तियों के घर पार्सल जाती है अगर 5 बजे तक ही अनुमति दी गई तो लोग रात में खाना कैसे खां पाएगें अत: पार्सल सेवा का समय यथावत रखे.
– पुरुषोत्तम हरवानी, होटल संचालक

लोग रात में भूखे रहेंगे

प्रशासन बाहर गांव से आनेवाले लोगो पर अन्याय कर रहा है. इस समय कोरोना के मरीजों के साथ आनेवाले उनके परिवारों की संख्या शहर में बढ रही है. शाम 5 बजे तक ही पार्सल की अनुमति दी जाएगी तो रात में वे भोजन कैसे करेंगे. यह शासन को सोचना चाहिए. कम से कम 30 प्रतिशत बैठक व्यवस्था रात 11 बजे तक व पार्सल सेवा भी रात 11 बजे तक की जानी चाहिए.
– बिट्टू सलूजा, होटल व्यवसायी

सैकडो लोग जुडे है इस रोजगार से

होटल व्यवासाय रोजगार से सैकडो लोग जुडे हुए है. सुबह 9 से रात 10 बजे तक पार्सल की सुविधाओं की अनुमति दी जानी चाहिए. शाम 5 बजे तक पार्सल की अनुमति दी गई है जिसका कोई अर्थ नहीं है. अगर किसी व्यक्ति को रात को भोजन की आवश्यकता पडेगी उस समय पार्सल की सुविधा बंद रहेगी ऐसे में उस व्यक्ति को असुविधा होगी.
– शेख नौशाद, होटल व्यवसायी

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