किसान सहकारी जिनिंग प्रेसिंग के दो संचालको का इस्तीफा
राजनीतिक क्षेत्र में खलबली, तरह-तरह की चर्चा

दर्यापुर/दि.8 – एक समय दर्यापुर की विख्यात रही सहकार क्षेत्र की संस्था दि दर्यापुर तालुका शेतकरी सहकारी जिनिंग एण्ड प्रेसिंग के दो संचालको द्वारा आज अचानक इस्तीफा देने से सहकार क्षेत्र में खलबली मच गई है. विशेष यानि यह दोनो संचालक सत्तारुढ गट से निर्वाचित हुए थे. ऐसा रहने के बावजूद इन दो संचालकों ने अचानक इस्तीफा क्यों दिया? इस बाबत तरह-तरह की चर्चा व्याप्त है. इस्तीफा देने वाले संचालकों के नाम अनिल केशवराव जलमकर और तलाताई दिनकरराव नलकांडे है. इन संचालकों ने अपना लिखित इस्तीफा अध्यक्ष को सौंप दिया है.
दर्यापुर तालुका शेतकरी सहकारी जिनिंग एण्ड प्रेसिंग यह संस्था सहकार क्षेत्र की विख्यात संस्था के रुप में जानी जाती है. इस संस्था के चुनाव 2023 में हुए थे. रोमांचक चुनाव में बालासाहब वानखडे के नेतृत्ववाले प्रगति पैनल के 13 संचालक निर्वाचित हुए थे और स्पष्ट बहुमत हासिल करते हुए एकतरफा सत्ता प्राप्त की थी. इसमें से इस्तीफा देने वाले दो संचालक काफी महत्व की भूमिका निभाते थे. पिछले कुछ दिनों से दर्यापुर तालुका शेतकरी सहकारी जिनिंग एण्ड प्रेसिंग की संपत्ति की बिक्री संबंध में मनसे नेता मनोज तायडे ने बडा आंदोलन किया था और विरोध निर्माण करने से तनाव निर्माण हो गया था. उस समय दोनों संचालकों ने संचालक मंडल का समर्थन दर्शाते हुए इस विरोध को खारिज करने में सहायता की थी. लेकिन अचानक ऐसा क्या हुआ, जिससे उन्हें अपना इस्तीफा देना पडा. यह अभी तक पता नहीं चला है. दोनों संचालकों ने लिखित स्वरुप में अपना इस्तीफा अध्यक्ष को सौंप दिया है. जिससे सहकार क्षेत्र में खलबली मच गई है.
* मुझे कोई जानकारी नहीं
वर्तमान संचालकों द्वारा इस्तीफा देने की मुझे कोई जानकारी नहीं है. इस बाबत कोई भी हमारा विवाद अथवा बातचीत भी नहीं हुई है. ऐसा रहते हुए भी इस्तीफा क्यों दिया, इस बाबत पूछताछ की जाएगी.
– बालासाहब वानखडे,
अध्यक्ष, दर्यापुर तालुका शेतकरी सहकारी जिनिंग एण्ड प्रेसिंग.