शहर के विभिन्न क्षेत्रों में 10 हजार सीडबॉल लगाने का संकल्प
पर्यावरण मित्रों का मानूसन नियोजन
* जून महीने में चलाएंगे अभियान
अमरावती/दि.20 -रघुनाथ ढोले के देवराई फाउंडेशन की स्थानीय शाखा की ओर से इस बार मानसून में शहर के विविध क्षेत्रों में लगभग 10 हजार सीडबॉल लगाने का संकल्प किया गया है. विश्व में नष्ट हुए लगभग 80 से 85 प्रतिशत वनसंपदा का पुनरूज्जीवन करके इस पर पर निर्भर जीवसृष्टि की पुननिर्मिती करने के उद्देश्य से यह अभियान चलाया जाएगा.
बीज रहने वाले सीडबॉल आम तौर पर केवल फेंकर अथवा इच्छित लागत क्षेत्र में मिट्टी की भूमि पर रखकर लगाए जाते है. बारिश, हवा और सूर्य जैसे प्राकृतिक घटक सीडबॉल के बाहरी स्तर को तोडने में मदद करते है. इसलिए बीज अंकुरित होकर उनका विकास होता है. देवराई फाउंडेशन के माध्यम से इस बार मानसून में 10 हजार सीडबॉल तैयार करने का नियोजन है. नीम, हीवर, कांचन, वावल, करंज, पीपल, गुल्लर, बरगद, पिंपरण, बबूल, रामकाठी, रामफल, रान पंगारा, काटेसावर, पलाश, शमी, महारूख, शिंदी, सीताफल, करवंद, हादगा, शेवगा, ईमली, मोई, फलसा आदि विविध प्रजाति के पेड की बीजों का इसमें समावेश किया है. देवराई फाउंडेशन की ओर से बीजगोले तैयार करने का काम भी शुरु हो चुका है. इसके बाद जून महीने में यह सीडबॉल अमरावती शाखा को दिए जाएंगे. इस मुहिम में सहभागी होने इच्छुकों ने डॉ.राजेश शेरेकर से संपर्क करने का आह्वान किया गया है.
* क्या है सीडबॉल?
सीडबॉल यानी कालीमिट्टी, गोबर और कंपोस्ट का गोला तैयार कर उसके बीच में बीज लगाए जाते है. यह बीज बॉल में सुरक्षित रहने से सूर्यप्रकाश में सूख नहीं पाते. चूहे तथा पक्षियों से भी सुरक्षित रहते है. पर्याप्त बारिश होने पर बीज अंकुरित होते है.
जुलाई माह में रोपण
मानसून शुरु होने के बाद संपूर्ण अमरावती जिले में सीडबॉल के रोपण के लिए इच्छुक रहने वाले प्रत्येक समूह को सीडबॉल नि:शुल्क दिए जाएंगे. जुलाई माह के पहले दो सप्ताह में जिले में सर्वत्र इसका रोपण किया जाएगा.
-डॉ.राजेश शेरेकर, प्रकल्प अधिकारी,
देवराई, अमरावती.