नांदगांव पेठ एमआयडीसी परिसर में भूमि अधिग्रहण का मसला सुलझा
पालकमंत्री ने एमआयडीसी के सीईओ से की महत्वपूर्ण चर्चा
अमरावती/प्रतिनिधि दि.४ – समीपस्थ नांदगांव पेठ के निकट अतिरिक्त औद्योगिक क्षेत्र से निकलनेवाले गंदे पानी से प्रभावित कृषि भूमि की भरपाई और भुमि अधिग्रहण का मसला जल्द ही हल हो जायेगा और इसे लेकर प्रत्यक्ष कार्रवाई भी गुरू होगी. इस संदर्भ में राज्य की महिला व बाल विकास मंत्री तथा जिला पालकमंत्री यशोमति ठाकुर ने एमआयडीसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के साथ चर्चा करते हुए भुमि अधिग्रहण के साथ-साथ स्थानीय युवाओं को रोजगार मिलने में प्राथमिकता देने का भी निर्देश दिया.
अतिरिक्त औद्योगिक क्षेत्र से निकलनेवाले गंदे पानी की वजह से नांदगांव पेठ खेत परिसर में करीब 55 हेक्टेयर कृषि भुमि प्रभावित होने की शिकायत क्षेत्र के किसानों द्वारा की गई थी. जिसे गंभीरता से लेते हुए पालकमंत्री ठाकुर ने मुंबई में एमआयडीसी के सीईओ सहित अन्य अधिकारियों के साथ इस मसले को लेकर विस्तृत चर्चा की. इस बैठक में नांदगांव पेठ के पंचायत समिति सदस्य बाबालासाहब देशमुख, सामाजिक कार्यकर्ता राजा बोडखे, बाधित क्षेत्रों की जमीनों को लेकर शुरूआत से मुद्दा उठाने वाले ज्ञानेश्वर बारस्कर मौजूद थे.
पालकमंत्री ठाकुर ने कहा कि नांदगांव पेठ के बाधित क्षेत्र का मुद्दा प्राथमिकता से सुलझाने व आवश्यक भूसंपादन की कार्रवाई तत्काल पूरी करना जरूरी है. जमीनों का मुआवजा तत्काल देने के निर्देश भी उन्होंने दिए.
स्थानिक बरोजगारों को प्राथमिकता
पालकमंत्री ठाकुर ने कहा कि औद्योगिक क्षेत्र में चलाए जा रहे विविध उद्योगों में होनेवाली भरती में स्थानीय बेरोजगारों को प्राथमिकता देकर रोजगार दिलाना आवश्यक है. इसके लिए रोजगार सम्मेलन आयोजित किए जाए. अमरावती क्षेत्र के औद्योगिक विकास की संभावनाओं को देखते हुए नए देशी-विदेशी निवेशकों को निवेश के लिए प्रोत्साहित करने हेतू विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाए. कंपनियों का सामाजिक उत्तरदायित्व निधि के माध्यम से नए उपक्रम चलाए जाए. जिले के पिंपलविहीर, डिगरगव्हाण, कापुसतलणी, डवरगांव, मालेगांव, चिंचखेड, केकतपुर व वाघोली गांव के भूसंपादन को लेकर तत्काल कार्रवाई करने के आदेश भी पालकमंत्री ने दिए. इस समय अनबलगन ने बताया के कोरोना का संक्रमण कम होते ही यहां पर रोजगार सम्मेलनों का आयोजन किया जाएगा.