अमरावतीमुख्य समाचार

ठाकरे के लिए आज भी दिल में सम्मान व आस्था

पूर्व राज्यमंत्री बच्चु कडू ने व्यक्त की भावना

* शिंदे गुट के साथ जाने की वजह भी बतायी
अमरावती/दि.29- जिस समय एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना तथा महाविकास आघाडी के खिलाफ बगावत हुई, तो शिंदे समर्थक सेना विधायकों ने आरोप लगाया था कि, सीएम उध्दव ठाकरे उन्हें मुलाकात हेतु समय नहीं देते और उनके निर्वाचन क्षेत्रों के काम भी नहीं होते. उस समय शिंदे गुट का समर्थन कई निर्दलिय विधायकों ने भी किया था. जिनमें अचलपुर निर्वाचन क्षेत्र के विधायक बच्चु कडू का भी समावेश था. जिन्होंने अब इस बात की वजह स्पष्ट की है कि, उन्होंने उस समय सीएम उध्दव ठाकरे का साथ छोडकर शिंदे गुट का समर्थन क्यों कियाा.
गत रोज एक मराठी न्यूज चैनल के साथ बातचीत में पूर्व राज्यमंत्री व विधायक बच्चु कडू ने सबसे पहले तो यह स्पष्ट किया कि, उनके मन में आज भी उध्दव ठाकरे के लिए बेहद सम्मान और आस्था है और महाविकास आघाडी की सरकार में सीएम शिंदे ने उन्हें हमेशा मुलाकात हेतु समय भी दिया था और वे सर्वसामान्य लोगों के काम करने हेतु हमेशा तैयार भी रहा करते थे. लेकिन समस्या यह थी कि, तत्कालीन सीएम ठाकरे के इर्द-गीर्द रहनेवाले लोग काम नहीं करते थे और अधिकारी वर्ग द्वारा भी टालमटोल की जाती थी. ऐसे में सर्वसामान्य लोगों के काम नहीं हो रहे थे. वहीं लोग हमसे पूछते थे कि, तुम अब सत्ता में हो, राज्यमंत्री हो, तो अब काम क्यों नहीं हो रहे. ऐसे समय जवाब देना मुश्किल हो जाता था. ढाई वर्ष के दौरान दिव्यांगों के संदर्भ में एक भी मिटींग नहीं हुई और कई तरह के काम प्रलंबीत पडे थे. ऐसे में उन्होंने यह सोचकर शिंदे गुट का साथ दिया कि, अगर लोगों के काम करने हैं, तो सत्ता में रहना जरूरी है. यहीं वजह है कि उन्होंने उस समय उध्दव ठाकरे की बजाय एकनाथ शिंदे का समर्थन किया.
इस समय पूर्व राज्यमंत्री बच्चु कडू ने यह भी कहा कि, उध्दव ठाकरे मातोश्री बंगले पर काफी प्रभावी हुआ करते थे और उनकी वजह से लोगों के काम भी हो जाया करते थे, लेकिन उनका वैसा प्रभाव मुख्यमंत्री के रूप में वर्षा बंगले पर कभी दिखाई नहीं दिया. साथ ही बच्चु कडू ने यह भी कहा कि, एक नेता व व्यक्ति के तौर पर उनके मन में उध्दव ठाकरे के लिए आज भी काफी सम्मान और आस्था है.

Related Articles

Back to top button