भारत विकास परिषद द्वारा संस्कृति मूल्यों की पुनर्प्रतिष्ठापना
दीपक तामशेट्टीवार का प्रतिपादन
* भारत विकास परिषद की स्थानीय शाखा का उदघाटन
अमरावती/दि.8-संस्कृति मूल्यों की पूनर्प्रतिष्ठापना यहीं भारत विकास परिषद का उद्देश्य होेने का प्रतिपादन रा.स्व. संघ के विदर्भ प्रांत कार्यवाह दीपक तामशेट्टीवार ने किया. वे भारत विकास परिषद की स्थानीय शाखा के उद्घाटन व पदग्रहण समारोह में प्रमुख वक्ता के रुप में बोल रहे थे.
परिषद के अध्यक्ष चंद्रशेखर घुसे की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में प्रमुख अतिथि के रुप में विदर्भ टैक्स प्रेक्टिशनर्स असोसिएशन नागपुर के अध्यक्ष एड.जगदीश शर्मा, महासचिव पदमाकर धानोरकर, वित्त सचिव संजय गुलकरी, अमरावती शाखा के नवनिर्वाचित अध्यक्ष एड. अतुल भारद्वाज, संजय रामावत, शशांक देशपांडे आदि मान्यवर उपस्थित थे. इस समय तामशेट्टीवार ने कहा कि जीवन का ध्येय यह अच्छा मनुष्य बनकर जीना होना चाहिए. मात्र पेट भरने के लिए शिक्षा ग्रहण करने की बजाय ज्ञान बढ़ेगा, ऐसा शिक्षण लेना चाहिए. इस समय उपस्थित अन्य मान्यवरों ने भी अपने विचार व्यक्त किए.
इस समय सांस्कृतिक, सामाजिक व शैक्षणिक कार्य में अग्रसर भारत विकास परिषद की नई शाखा की कार्यकारिणी की घोषणा की गई. कार्यकारिणी में अध्यक्ष एड.अतुल भारद्वाज, उपाध्यक्ष सुगंधा देशमुख, सचिव शशांक देशपांडे, कोषाध्यक्ष संजय रामावत, महिला समन्वयक माया अंबाडकर,कार्यक्रम समन्वयक दीपक जोशी,जनसंपर्क अधिकारी विष्णु सोलंके,कार्यकारिणी सदस्य डॉ.प्रदीप इंगोले,डॉ. नितीन इंगोले, सुनीता मंगरुलकर, अंकुश टेंभरे का समावेश है.
कोरोना काल मेें भारत विकास परिषद व संस्कार भारती के सहयोग से स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव निमित्त ऑनलाईन गीत गायन स्पर्धा का आयोजन किया गया था. इस स्पर्धा में विदर्भ से भारी प्रतिसाद मिला. इस स्पर्धा के विजेताओं को इस समय मान्यवरों के हाथों पुरस्कार प्रदान किए गए. स्पर्धा में छोटी आयु उम्र के तन्मय जऊलकर अकोला, प्रणव कर्णवार व वैभवी चौधरी नागपुर, देवश्री चिमोटे व श्रुती सरोदे पांढरकवडा का समावेश व बड़े आयु गट में सुचित्रा कोरडे, अनुप पाटील व सदानंद मुरुमकर अकोला, अक्षय लांडे बालापुर व ज्योत्सना शेटे का समावेश है. कार्यक्रम की शुरुआत भारत माता की प्रतिमा का पूजन व दीप प्रज्वलन कर की गई.
इस अवसर पर रा.स्व. संघ के विभाग संघचालक चंद्रशेखर भोंदू, अमरावती महानगर संघचालक सुनील सरोदे, संस्कार भारती के बच्चू पुंडलिक सहित अनेक मान्यवर उपस्थित थे. कार्यक्रम का प्रास्ताविक पदमाकर धानोरकर ने व संचालन माया अंबाडकर ने किया.