सेवानिवृत्त बैंक कर्मी के साथ 51 लाख की जालसाजी
साइबर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ किया मामला दर्ज

अमरावती/दि.3– लाइफ इंश्युरेंस, रिलायंस और एक्साइड कंपनी के नाम पर एक सेवानिवृत्त बैंक कर्मचारी के साथ 51 लाख 10 हजार 541 रुपए की जालसाजी होने की घटना शनिवार को उजागर हुई. इस प्रकरण में साइबर पुलिस ने अज्ञात 25 मोबाइल धारकों के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
ऑनलाइन जालसाजी के मामले अनेक घटित हुए है. जालसाज अलग-अलग युक्ति का इस्तेमाल कर नागरिकों के साथ ठगी करते है. लेकिन ऑनलाइन जालसाजी करने वाले अपराधियों ने देश की विख्यात कंपनी के नाम पर जालसाजी करना शुरु किया है. शहर के सेवानिवृत्त बैंक कर्मचारी ने 2014 से 2017 के दौरान लाइफ इंश्युरेंस, रिलायंस और एक्साइड की विभिन्न 8 लाख रुपए की पॉलिसी निकाली थी. साथ ही रिलायंस कंपनी और एक्साइड कंपनी में भी पैसा निवेश किया था. 2017 तक वे निकाली गई पॉलिसी के पैसे ऑनलाइन भरते थे. पश्चात 2022 से उन्हें विभिन्न मोबाइल नंबर से पॉलिसी के पैसे भरने के लिए फोन आ रहे थे और संबंधित व्यक्ति द्वारा दिये गये बैंक खाते में वह पॉलिसी के पैसे भरते थे. वर्ष 2025 तक सेवानिवृत्त बैंक कर्मचारी ने 51 लाख 10 हजार 451 रुपए भरे. लेकिन उनके बेटे को संदेह होने से उसने जायजा किया, तब 2022 से 2025 तक पॉलिसी के पैसे भरे ही न रहने की बात प्रकाश में आयी. बेटे ने पिता का बैंक खाता बंद कर साइबर पुलिस स्टेशन पहुंचकर सारी हकीकत बताई. पुलिस ने अज्ञात 25 मोबाइल धारकों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरु की है.
एक्साईड इंडस्ट्रीज एचडीएफसी में मर्ज
सेवानिवृत्त बैंक कर्मचारी ने एक्साईड इंडस्ट्रीज में 8 लाख रुपए निवेश किये थे. लेकिन कुछ साल बाद एक्साईड इंडस्ट्रीज एचडीएफसी में मर्ज हो गई. फिर भी वह पैसे बढते गये. साथ ही उन्हें हर माह पैसे भरने के लिए फोन आता था और वह दिये गये बैंक खाते में पैसे भरते गये.
* जालसाजी की रकम बढेगी
संबंधित व्यक्ति 2014 से नियमित पॉलिसी में पैसे भरते गये, लेकिन 2017 से 2022 तक उनके खाते का बैंक स्टेटमेंट नहीं मिला. बैंक स्टेटमेंट मिलते ही जालसाजी की रकम बढने वाली है. उनके द्वारा निकाली गई सभी पॉलिसी उचित है. लेकिन उन्हें पॉलिसी के पैंसे भरने के लिए जो फोन आये वह ऑनलाइन अपराधियों के है, यह बात स्पष्ट हुई है.