-
तुअर, कपास फसल के लिए खतरनाक
अमरावती प्रतिनिधि/दि. ३ – जिले में मानसून बारिश होने के बाद अब वापसी की बारिश की शुरूआत हो गई है. लेकिन वापसी की बारिश ने किसानों की पूरी तरह से कमर तोडऩे का काम किया है. वापसी की मूसलाधार बारिश से खेत जलमग्न हो गये. जिससे तुअर, सोयाबीन, मिर्ची की फसल पानी में डूबने से खराब हो गई है.
यहा बता दे कि बीते कुछ दिनों से जिले में मूसलाधार बारिश के चलते सोयाबीन फसल पर बीमारी का प्रकोप बढऩे से फसल खराब हो गई.फसल पर अन्य बीमारियों का प्रतिबंध करने लगाने के लिए किसान कीटनाशक दवाईयों का छिड़काव कर रहे है. बारिश के दिनों में दवाई का किया गया छिड़काव बारिश के पानी में बहकर निकल रहा है. जिससे किसान चिंतित नजर आ रहा है. जिले के किसान पारंपरिक पध्दति से सोयाबीन व तुअर, फसल की बुआई करते है. लेकिन बीते कुछ वर्षो से सोयाबीन को उचित भाव नहीं मिलने से अनेक किसानों ने कपास की बुआई की है. लेकिन कपास फसल पर भी बारिश ने कहर ढाने का काम किया है. वापसी की बारिश ने फिर एक बार किसानों के माथे पर चिंता की लकीरे लाकर खड़ी कर दी है. इस ओर ध्यान देने की मांग की जा रही है.