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वापसी की बारिश ढा रही कहर

चहुंओर अच्छी-खासी बर्बादी व नुकसान

अमरावती/दि.12- यूं तो अधिकारिक तौर पर बारिश का मौसम खत्म हो चुका है, लेकिन मान्सून की वापसी के दौरान हो रही बारिश का कहर अब भी जारी है. विगत दो दिनों के दौरान अमरावती शहर व जिले सहित समूचे विदर्भ क्षेत्र में चहुंओर अच्छी-खासी बारिश हुई और कुछ स्थानों पर मूसलाधार पानी बरसा. साथ ही कई स्थानों पर बादल फटने व अतिवृष्टि होने जैसे हालात बने. जिसकी वजह से आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित होने के साथ ही खेती-किसानी का अच्छा-खासा नुकसान हुआ है. इसके अलावा विदर्भ सहित समूचे राज्य में बडे पैमाने पर जानोमाल का नुकसान होने की भी खबरें सामने आयी है.
स्थानीय जिला प्रशासन द्वारा उपलब्ध करायी गई जानकारी के मुताबिक गत रोज अंजनगांव सूर्जी शहर के सावकार पूरा में संदीप राठी नामक व्यक्ति का घर तेज बारिश की वजह से ढह गया. वहीं रत्नापुर-कापूसतलणी में संजय साहेबराव गिरनाले के घर की दीवार गिरी है. इसके अलावा खल्लार परिसर में मंगलवार की सुबह 6 बजे से मूसलाधार पानी बरसना शुरू हुआ. जिसके चलते पूरा परिसर जलमग्न हो गया. साथ ही खेतों में भी पानी भर गया. इस परिसर के खल्लार, चंद्रपुर, बेंबला, घडा, सांगवा, महिमापुर, वडूरा, येलोरी-मिर्जापुर, दिघी जहांनपुर, गौरखेडा, नालवाडा, चंडिकापुर, उपराई, टाकरखेडा कावरे व दारापुर सहित कई स्थानों पर अतिवृष्टि की तरह बारिश हुई, जो लगातार तीन घंटे तक चलती रही. बारिश के सीझन के दौरान इस परिसर में जितना पानी नहीं बरसा था, अब उससे कहीं अधिक पानी विगत दो दिनों के दौरान बरसा है. जिससे इस परिसर में सोयाबीन, कपास व तुअर जैसी फसलों का बडे पैमाने पर नुकसान हुआ है. साथ ही खल्लार व चंडिकापुर परिसर के बाजारों और रिहायशी इलाकों में बाढ व बारिश का पानी जा घुसा.

* शहानूर बांध के चार दरवाजे खुले
वापसी की बारिश का जोर कायम का जोर कायम रहने के चलते मंगलवार को शहानूर मध्यम प्रकल्प का जलस्तर तेजी से उपर उठा. ऐसे में बांध में हो रही पानी की आवक को देखते हुए आधी रात के बाद 1 बजे के आसपास इस बांध के चार दरवाजों को 15 सेमी खोलते हुए प्रति सेकंड 55.02 घनमीटर पानी की निकासी की जा रही है. इस समय शहानूर बांध में जलस्तर 449.50 मीटर तक जा पहुंचा है और इस बांध में 47.85 दलघमी यानी 100 फीसद जलसंग्रहण हो चुका है. साथ ही बांध में प्रति सेकंड 88.35 घनमीटर पानी की आवक हो रही है. जिसे ध्यान में रखते हुए जल्द ही जलनिकासी के प्रमाण को और भी अधिक बढाया जा सकता है. जिसके चलते प्रशासन द्वारा नदी-नालों के किनारे रहनेवाले सभी गांवोें के लिए पहले ही अलर्ट जारी कर दिया गया है.

* अकोला में भी धुआंधार, बुलडाणा में एक की मौत
विगत दो दिनों के दौरान सतपुडा के पहाडी क्षेत्र में अच्छी-खासी बारिश हुई है. ऐसे में अकोला जिले की अकोट व तेल्हारा तहसीलोें में बाढ व बारिश की वजह से अच्छा-खासा नुकसान हुआ है. साथ ही बोर्डी, कासोद, शिवपुर, शहापूर, हिवरखेड, पिंपरी उमरा व मक्रमपुर आदि गांवों में बाढ सदृश्य स्थिति बन गई थी. इसके अलावा बुलडाणा जिले में आसमानी गाज की चपेट में आकर एक किसान की मौत हुई.

* गोंदिया में धान की फसल जमीनदोज
उधर गोंदिया जिले में सोमवार से सततधार बारिश चल रही है. जिसका खामियाजा धान की फसल को भुगतना पडा है, क्योंकि लगातार हो रही बारिश की वजह से धान की फसल ऐन कटाई के समय लंबलेट होकर जमीनदोज हो गई है. इसके अलावा राज्य के अन्य कई इलाकों में भी बाढ व बारिश की वजह से बडे पैमाने पर नुकसान होने की खबरें सामने आयी है.

* विदर्भ में 31 फीसद अधिक पानी बरसा
– बेमौसम बारिश से अक्तूबर हीट आगे टली
बारिश का मौसम सितंबर माह के साथ ही समाप्त हो जाता है. जिसके बाद अक्तूबर माह में कुछ हद तक गरमी का एहसास होता है. जिसे अक्तूबर हीट कहा जाता है. परंतु इस बार अक्तूबर माह में भी झमाझम बारिश का दौर जारी रहने के चलते अक्तूबर हीट का कहीं कोई अता-पता नहीं है. साथ ही इस बार पूरे विदर्भ क्षेत्र में अपेक्षा से 31 फीसद अधिक बारिश हुई है. साथ ही अनुमान है कि, इस बार 14 अक्तूबर के बाद बारिश का जोर कुछ कम होगा और 20 अक्तूबर के आसपास विदर्भ क्षेत्र से मान्सून की वापसी होगी. जबकि अमूमन 14 अक्तूबर के आसपास विदर्भ क्षेत्र से बारिश की वापसी हो चूकी रहती है.

 

 

 

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