* अब तक 52 से अधिक कार्यकर्ता गिरफ्तार
* शहर के चप्पे-चप्पे पर पुलिस की बेहद पैनी नजर
अमरावती/दि.17– शनिवार व रविवार की दरम्यानी रात पुलिस के कडे बंदोबस्त के बीच मनपा प्रशासन द्वारा राजापेठ रेलवे ओवरब्रिज से छत्रपति शिवाजी महाराज का तथा कलेक्ट्रेट चौराहे से लोकशाहीर अण्णाभाउ साठे का पुतला हटाया गया. जिसके बाद युवा स्वाभिमान पार्टी एवं मातंग समाज की ओर से इसे लेकर तीव्र प्रतिक्रिया दिखाई देने लगी. ऐसे में कानून व व्यवस्था की स्थिति बनाये रखने और हालात पर काबू पाने के लिए शहर पुलिस द्वारा समूचे शहर में कडा बंदोबस्त लगाने के साथ-साथ एसआरपीएफ की कंपनी को भी तैनात कर दिया गया है.
बता दें कि, करीब दो माह पूर्व जातिय तनाव की घटनाओं को देखते हुए अमरावती शहर में कडा पुलिस बंदोबस्त लगाने के साथ-साथ एसआरपीएफ की कंपनियों को तैनात किया गया था. पश्चात हालात काबू में आते ही रिजर्व पुलिस बल अपने कैम्प व बैरेक में वापिस लौट गया. किंतु विगत दो-तीन दिनों से अमरावती शहर में राजनीतिक हालात बडी तेजी से बदल रहे है और काफी गहमागहमी वाली स्थिति बनने के साथ-साथ हालात कुछ हद तक तनावपूर्ण भी हो रहे है. जिसके मद्देनजर शहर पुलिस आयुक्त ने पुरे शहर में कडा बंदोबस्त लगाने के साथ-साथ एसआरपीएफ कंपनियों को भी तैनात कर दिया है.
इसके साथ ही प्रशासन के खिलाफ धरना प्रदर्शन करनेवालों और कार्रवाई का विरोध करनेवालों की धरपकड का अभियान भी शुरू हो गया है. जिसके तहत अब तक करीब 52 से अधिक राजनीतिक पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को पुलिस द्वारा अपनी हिरासत में लिया जा चुका है. कल राजापेठ थाना पुलिस ने 38, गाडगेनगर पुलिस ने 8 व कोतवाली पुलिस ने 4 लोगों को डिटेन किया था. साथ ही रात के समय पुलिस पेट्रोलिंग को जबर्दस्त तरीके से बढा दिया गया. इसके अलावा सभी पुलिस थानों सहित अपराध शाखा व क्यूआरटी पथक को पूरी तरह से अलर्ट पर रखा गया है. साथ ही साथ एसआरपीएफ की तीन कंपनियों को अमरावती शहर में बुलाते हुए राजापेठ, राजकमल, इर्विन चौक जैसे स्थानों पर बंदोबस्त में तैनात किया गया है.