*अमरावती, दर्यापुर, वरुड, अंजनगांव तहसील में वसूली शत प्रतिशत
अमरावती/ दि.4 – जिलाधिकारी कार्यालय में हर साल राजस्व विभाग व्दारा राजस्व वसूली का लक्ष्य निर्धारित किया जाता है. इस साल जिले की 14 तहसीलों सहित मुख्यालय को जमीन का राजस्व वसूल करने के लिए 15 करोड 20 लाख रुपए का लक्ष्य निर्धारित किया गया था. जिसमें जिला प्रशासन के राजस्व विभाग व्दारा सर्वाधिक वसूली की गई. प्रशासन व्दारा दिए गए लक्ष्य की तुलना में अधिक वसूली की गई. इस साल वित्त वर्ष में 3696.32 लाख की वसूली की गई.
जिला प्रशासन को हर साल राजस्व मंत्रालय की ओर से कृषि जमीन से संबंधित व्यवहार में लगने वाले विविध प्रकार के करों के माध्यम से राजस्व प्राप्त होता है. इसके अलावा अकृषक जमीन से भी कर वसूली का लक्ष्य निर्धारित किया जाता है. साल 2021-22 वित्तीय वर्ष में कृषि जमीन से जिला प्रशासन को 1530 लाख रुपए वसूली का लक्ष्य दिया गया था. प्रशासन ने 1919.56 लाख रुपए की वसूली की और वसूली का प्रमाण 130.7 फीसदी से अधिक है.
प्रशासन को इसके अलावा इस साल अकृषक जमीन के माध्यम से 2060 लाख रुपए वसूली किए जाने का अंदाज था. किंतु अकृषक जमीन से प्रशासन की अपेक्षा के अनुसार वसूली नहीं की गई जिसकी वजह से आर्थिक वर्ष के अंत में 3696 लाख रुपए की वसूली हुई है. जिले की तहसील निहाय वसूली की ओर देखा जाए तो इस साल जिले की अमरावती, दर्यापुर, वरुड, अंजनगांव, चिखलदरा तहसील में शत प्रतिशत से अधिक वसूली की गई. वहीं सबसे कम वसूली धारणी तहसील में की गई. यहां 40.79 फीसदी वसूली की गई. इसके अलावा चांदूर बाजार में 47.85 राजस्व की वसूली की गई. अमरावती तहसील को सर्वाधिक लक्ष्य निर्धारित किया गया था. इसके अतिरिक्त अचलपुर, चांदूरबाजार तहसील में भी अपेक्षा से अधिक वसूली का लक्ष्य निर्धारित किया गया था.
तहसील निहाय वसूली
तहसील लक्ष्य वसूली
अमरावती 1490.10 1817.36
दर्यापुर 184.3 232.85
वरुड 139.56 180.92
अचलपुर 307.83 288.59
अंजनगांव 159.63 165.38
धामणगांव 114.84 74.61
चिखलदरा 133.25 213.26
भातकुली 132.48 78.70
तिवसा 116.00 91.25
चांदूर बाजार 228.71 109.45
नांदगांव खं. 123.09 88.84
धारणी 153.24 62.52
मोर्शी 189.16 147.08
चांदुर रेल्वे 117.81 71.45
मुख्यालय 00.00 74.06
कुल 3590.00 3696.32
राज्य में 37 प्रतिशत वसूली में वृद्धि
देश में कोरोना महामारी के चलते राज्य की तिजोरी पर भी इसका असर पडा है. पिछले दो सालों के पश्चात अब धीरे-धीरे राज्य की तिजोरी में राजस्व बढ रहा है. राज्य में 25 मार्च 2020 को पहला लॉकडाउन घोषित किया गया था. उसके पश्चात दो सालोे में राजस्व वसूली में कमी आयी थी. किंतु अब धीरे-धीरे राज्य का राजस्व भी बढ रहा है. वित्तीय वर्ष 1 अप्रैल से 31 मार्च को समाप्त होता है. साल 2020-21 वित्तीय वर्ष में राज्य का राजस्व 1 लाख 13 हजार 922 करोड इतना था अब बढकर 1 लाख 55 हजार 887 करोड यानि 36.84 फीसदी हो चुका है.