* 4 अप्रैल से शुरु थी बेमियादी कामबंद हडताल
अमरावती/दि.15– विगत 4 अप्रैल से शुरु राजस्व कर्मचारियों की हडताल महसूल मंत्री के आश्वासन पर पीछे ले ली गई है. 13 अप्रैल को महसूल मंत्री के साथ राजस्व कर्मचारी संगठन के अध्यक्ष हेमंत सालवे, विलास कुरने, नंदकुमार बुटे व अन्य संगठनों के पदाधिकारियों ने महसूल मंत्री बालसाहब थोरात, अप्पर मुख्य महसूल सचिव नितीन करीर के साथ चर्चा की. इस बैठक में राजस्व कर्मियों की मांगे मंजूर की गई है. जिससे राजस्व कर्मियोें की राज्यव्यापी हडताल पीछे लेने की घोषणा महसूल कर्मचारी संगठनों ने की. इस हडताल को भारी प्रतिसाद मिला. जिस कारण सरकार ने आंदोलक कर्मचारियों की मांगे पूर्ण करने का आश्वासन दिया. ऐसी जानकारी राजस्व कर्मचारियों द्बारा आयोजित पत्रकार परिषद में दी.
राजस्व कर्मचारी संगठन के नामदेव गडलिंग ने पत्रवार्ता में बताया कि, राजस्व कर्मियों के लंबीत मांगों के लिए राज्य महसूल कर्मचारी संगठन के निर्देश पर अमरावती जिले में निदर्शन, काली फिते लगाकर काम, एक दिन की हडताल व 4 अप्रैल से बेमियादी हडताल शुरु की गई थी. अमरावती जिले में आयुक्त कार्यालय, जिलाधीश कार्यालय, तहसील कार्यालय, उपविभागीय कार्यालय, पदोन्नत नायब तहसीलदार, अव्वल कारकुन, महसूल सहायक, वाहन चालक व सिपाई ऐसे 700 अधिकारी-कर्मचारी हडताल में शामिल हुए थे. इस हडताल दौरान जिले के कर्मचारियों ने रक्तदान शिबिर, स्वास्थ्य जांच सम्मेलन, कार्यालयों की साफ-सफाई, घंटानाद, भजनी मोर्चा आंदोलन कर सरकार का ध्यान खिंचा. इस आंदोलन को विभिन्न कर्मचारी संगठनों ने समर्थन घोषित किया. जिसके बाद सरकार ने राजस्व कर्मियों की लंबीत मांगे पूर्ण करने की तैयारी दिखाई है. वैसा आश्वासन महसूल मंत्री बालासाहब थोरात ने दिया है. जिससे यह हडताल पीछे ले ली गई है. ऐसी जानकारी राजस्व कर्मचारी संगठन द्बारा दी गई. पत्रवार्ता में जिला राजस्व कर्मचारी संगठन के अध्यक्ष नामदेव गडलिंग, राज्य सहसचिव आशिष ढवले, के.एस. रघुवंशी, श्याम मिश्रा, कैलास गुडसुंदरे, अमोल धारुडकर आदि उपस्थित थे.