राजूरा बृहत लघु सिंचाई प्रकल्प को संशोधित मान्यता
201 करोड रूपयों के खर्च को मिली मंजूरी
* जिले के 6 गांवों को मिलेगा सिंचाई का लाभ
* जलसंपदा राज्यमंत्री बच्चु कडू ने दी जानकारी
अमरावती/दि.12– चांदूर बाजार तहसील अंतर्गत मौजे राजूरा में राजूरा बृहत लघु पाटबंधारे योजना अंतर्गत बनाये जा रहे लघु सिंचाई प्रकल्प में पानी लाने और दाहीनी नहर के जरिये सिंचाई करने हेतु प्रकल्प के लिए जलसंपदा विभाग द्वारा 201 करोड रूपये के खर्च को प्रशासकीय मान्यता देने का निर्णय गत रोज हुई मंत्रिमंडल की बैठक में लिया गया. ऐसे में अब इस प्रकल्प के जरिये जिले के 6 गांवों में 1 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई की सुविधा उपलब्ध होगी. ऐसी जानकारी राज्य के जलसंपदा राज्यमंत्री बच्चु कडू द्वारा दी गई है.
राज्यमंत्री बच्चु कडू ने बताया कि, सिंचाई क्षमता बढाने के साथ ही कृषि उत्पादकता को बढाने हेतु विविध सिंचाई योजनाएं जलसंपदा विभाग द्वारा चलायी जा रही है. इसी के अंतर्गत राजूरा प्रकल्प की सिंचाई क्षमता को बढाने हेतु तमाम आवश्यक प्रयास किये गये और अब इस प्रकल्प को संशोधित मान्यता मिलने के चलते इस क्षेत्र के 6 गांवों में 1 हजार हेक्टेयर क्षेत्र के लिए सिंचाई की सुविधा उपलब्ध होगी. जिससे क्षेत्र के सैंकडों किसानों को राहत मिलेगी. राज्यमंत्री बच्चु कडू ने बताया कि, यह प्रकल्प राजूरा गांव के पास से होकर बहनेवाले राजूरा नाले पर प्रस्तावित है. यह क्षेत्र खारे पानीवाला पट्टा है. इसके तहत बेलोरा गांव के पास काशी नदी पर बांध बनाते हुए फिडर नहर के जरिये प्रस्तावित राजूरा बृहत लघु सिंचन प्रकल्प में पानी लाया जायेगा. साथ ही दायी नहर के जरिये सिंचाई की जायेगी. इस प्रकल्प की जलसंग्रहण क्षमता 5.989 दलघमी है. इस योजना को विदर्भ सिंचाई विकास महामंडल द्वारा वर्ष 2008-09 में 44 करोड 79 लाख रूपये की मूल मान्यता दी गई थी. वहीं सन 2017-18 की दर सूची पर आधारित 201 करोड रूपये के खर्च को संशोधित प्रशासकीय मान्यता देने की सिफारिश राज्यस्तरीय तकनीकी सलाहकार समिती (नासिक) द्वारा की गई. जिसे विदर्भ सिंचाई विकास महामंडल के नियामक मंडल द्वारा मान्यता दी गई. साथ ही इस प्रकल्प के खर्च हेतु प्रावधान को भी संशोधित प्रशासकीय मान्यता देने का निर्णय सरकार द्वारा लिया गया है. जिससे अब जल्द ही इस प्रकल्प का काम गतिमान होगा.