अचलपुर-परतवाडा जुडवा शहर में चावल तस्करी जोरों पर
पुलिस प्रशासन व आपूर्ति विभाग (Supply Department) की अनदेखी
अचलपुर/परतवाडा/दि.१८ – अचलपुर-परतवाडा जुडवा शहर में इन दिनों चावल की तस्करी जोरों पर है. शहर में कुछ महीनों पहले पुलिस प्रशासन द्वारा चावल से लदे ट्रक पकडे गए थे, तथा कुछ ट्रकों को गोदामों में माल लादतते हुए पकडा गया था. खुफिया सूचना के आधार पर कार्रवाई की गई थी. शहर में एक ट्रक में लदा चावल अवैध है ऐसा कहकर ट्रक को जब्त कर लिया गया था. जब आपूर्ति विभाग की जांच टीम वहां पहुंची ट्रक में रखे माल का निरिक्षण किया गया और बिल के आधार पर बताया गया कि माल आपूर्ति विभाग का नहीं है, लेकिन चार से पांच ट्रक एक ही महीने के भीतर पुलिस विभाग ने पकडे और कार्रवाई की. अब यह प्रश्न निर्माण हो रहा है, कि आखिरकार इतना चावल आया कहां से यह सवाल शहर में चर्चा का विषय बन गया है.
जब्त किए गए चावल के कट्टो पर कंपनी का नाम रहता है ब्रॉंड भी रहता है, कौन सी कंपनी का है यह भी रहता है संपूर्ण जानकारी चावल के कट्टो पर रहती है. किंतु सवाल यह है कि गलती किसकी है पुलिस प्रशासन की या फिर आपूर्ति विभाग की. पुलिस व्यापारियों को इस संदर्भ में परेशान कर रही है. किस कंपनी के चावल के कट्टे है, चोरी की रिपोर्ट नहीं थी ट्रक गोदाम से भरा जा रहा था. किंतु ट्रक में संदिग्ध चावल के कट्टे निकले परतवाडा पुलिस ने ट्रक जब्त कर जांच के लिए आपूर्ति विभाग को जानकारी दी.
अधिकारियों व कर्मचारियों ने चावल के कट्टों की जांच की उन्होंने शासकीय कट्टे नहीं देखे सिर्फ बिल देखकर कह दिया है कि इस ट्रक में आपूर्ति विभाग के चावल के कट्टे नहीं है इस पर कई सवाल जुडवा शहर में उठ रहे है. इतना चावल आखिर आता कहां से है. परतवाडा पुलिस द्वारा पिछले एक महीने में चार से पांच ट्रक चावल पकडा किंतु आपूर्ति विभाग ने सभी ट्रकों को क्लिन चिट दे दी. आपूर्ति विभाग से इस विषय पर जब जानकारी मांगी गई तथा फोटो मांगे गए. इस पर आपूर्ति विभाग ने हम सिर्फ कागजी काम में उलझे रहते है, फोटो नहीं निकाले जाते इस तरह का जवाब आपूर्ति विभाग व पुलिस विभाग द्वारा दिया जाता है. शहर में किसी ट्रक में ३०० किसी ट्रक में ४०० किसी ट्रक में हजार किसी ट्रक में १२०० कट्टे चावल के पाए जाते है. किंतु कार्रवाई किस प्रकार की गई आरोपी कौन है इसका पता आज तक चल नहीं पाया. क्या यह पुलिस विभाग और आपूर्ति विभाग की चावल तस्करों से सांठ-गांठ है, इस तरह की चर्चा जुडवा शहर में व्याप्त है.